मुंगेली के डाकघर की मनमानी से आम जनता हलाकान तो हैं ही, साथ ही अब यह डाकघर 2000 रुपए के नोट न लेकर भारतीय रिजर्व बैंक और भारतीय करेंसी का अपमान भी कर रहा हैं जिसकी कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक से शिकायत करते हुए एफआईआर दर्ज करने की मांग की गई। शिकायकर्ता स्वतंत्र तिवारी अधिवक्ता द्वारा कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक को दिए गए शिकायत में बताया गया कि दिनांक 27/07/2023 को उनके द्वारा मुंगेली डाकघर के काउंटर में 2 लेटर रायपुर स्पीड पोस्ट किया गया तथा 5 पोस्टल आर्डर लिया गया. जिसका कुल बिल 138 रूपये काउंटर के कर्मचारी द्वारा बताया गया, जिसके भुगतान के लिये संबंधित काउंटर में उनके द्वारा बिल भुगतान के लिये 2000 रूपये का नोट नगद दिया गया तो डाकघर के काउंटर में बैठे कर्मचारी व पोस्ट मास्टर द्वारा 2000 रूपये का नोट लेने इंकार कर दिया गया और कहा गया कि यहां 2000 रूपये का नोट नहीं चलता, जिस पर शिकायकर्ता द्वारा कहा गया कि आप लिख कर दे दीजिये कि इस डाकघर में 2000 रूपये का नोट नहीं चलता या भारतीय रिजर्व बैंक का कोई दिशा निर्देश दिखा दीजिये तब भी डाकघर प्रबंधन द्वारा न ही ऐसा लिख के दिया गया और न ही कोई दिशा-निर्देश दिखाया गया। जिसके बाद पीड़ित ने तुरंत कलेक्टर मुंगेली को मोबाईल से सूचना दिया, मुंगेली कलेक्टर ने मामले तो तत्काल संज्ञान में लेते हुए तहसीलदार को निर्देशित किया, जिसके बाद तहसीलदार के पहल करने के बाद भी पोस्टमास्टर व डाकघर प्रबंधन द्वारा 2000 रूपये का नोट लेने इंकार कर दिया गया। जो कि भारतीय रिजर्व बैंक दिशा-निर्देश व नियम-कानून के विपरित है. यह गैरकानूनी हैं साथ ही यह भारतीय करेंसी का अपमान हैं। साथ ही कई ऐसे भी व्यक्ति या अभ्यर्थी हैं जो डाकघर में जा रहे है उनसे भी 2000 रूपये का नोट लेने इंकार किया जा रहा है, जिससे आम जनता को बहुत सारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा हैं।शिकायकर्ता ने भारतीय करेंसी का अपमान करने एवं भारतीय रिजर्व बैंक व नियम-कानून के विपरित कार्य करने वाले मुंगेली डाकघर के अधिकारियों व कर्मचारियों के विरूद्ध नियमानुसार कड़ी से कड़ी कार्यवाही करते हुये एफआईआर दर्ज कर उचित कानूनी कार्यवाही करने का आदेश दिये जाने की मांग मुंगेली कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक से की हैं।