प्रदेश के 10 मेडिकल कॉलेजों के लगभग तीन हजार जूनियर डॉक्टर्स (जूडो) का स्टायपेंड बढ़ा दिया गया है। प्रथम वर्ष के जूडो को अब 67 हजार मिलेंगे। द्वितीय वर्ष को 71 हजार और तृतीय वर्ष के जूडो को 74 हजार 600 मिलेंगे। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शनिवार को सोशल मीडिया पर स्टायपेंड बढ़ाने की घोषणा की। इसके एक घंटे के भीतर ही राज्यभर के सभी मेिडकल कॉलेज के जूडो ने हड़ताल समाप्त करने की घोषणा कर दी। रायपुर के अलावा जगदलपुर, बिलासपुर, अंबिकापुर, रायगढ़, कोरबा, राजनांदगांव, महासमुंद, कांकेर और दुर्ग मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टर्स के साथ-साथ मेडिकल छात्र बुधवार से हड़ताल पर थे।
उनकी प्रमुख मांग स्टायपेंड बढ़ाने की थी। हड़ताल के दौरान जूडो ने भले ही इमरजेंसी सेवाएं ठप की थी, लेकिन अस्पताल परिसर में जूडो समानांतर ओपीडी चलाकर मरीजों की जांच कर रहे थे। इस दौरान उन्हें मनाने के प्रयास किए गए। चिकित्सा शिक्षा विभाग के अफसरों के अलावा स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने भी जूडो को समझाकर हड़ताल समाप्त करने काे कहा था। जूडो अड़े थे कि मुख्यमंत्री स्टायपेंड बढ़ाने की घोषणा करेंगे, तभी हड़ताल समाप्त की जाएगी।
जूडो का तर्क था कि करीब छह माह पहले भी उन्होंने हड़ताल की थी। उस दौरान शासन की ओर से उन्हें आश्वासन दिया गया था कि मांग पूरी की जाएगी। इस आश्वासन के बाद जूडो ने हड़ताल वापस ले ली थी, लेकिन अब तक उनका स्टायपेंड नहीं बढ़ाया गया था। कई बार मांग करने के बाद भी जब मांग पूरी नहीं हुई तब जूडो ने इमरजेंसी सेवाएं ठप करते हुए बुधवार से हड़ताल शुरू कर दी थी।