बिलासपुर रेलवे स्टेशन के री-डेवलपमेंट प्लान के अंतर्गत जो सबसे बड़ी उपलब्धि मिलने जा रही है, वह झारसुगुड़ा तक चौथी लाइन का निर्माण है। इसे 15 माह में पूरा करना है। इसके साथ ही यात्री व मालगाड़ियों के लिए अलग लाइन होगी। इससे ट्रेनों की लेटलतीफी दूर होगी। बिलासपुर देश का पहला डिवीजन होगा, जहां पर चार लाइनें होंगी। इसके पूरा होते ही बिलासपुर से जम्मू-कश्मीर, चेन्नई सहित अन्य दिशाओं के लिए ट्रेनों की संख्या और बढ़ जाएगी।
डीआरएम प्रवीण पांडेय ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि बिलासपुर रेलवे स्टेशन के री-डेवलपमेंट प्लान को पूरा करने में 32 महीने लगेंगे। यह सर्व सुविधायुक्त होगा। आने वाले 40 सालों में बिलासपुर रेलवे स्टेशन पर हर दिन आने-जाने वाले यात्रियों की संख्या 1.81 लाख से ज्यादा हो जाएगी। इसे ध्यान में रखकर ही नया प्लान तैयार किया गया है। फिलहाल रेलवे स्टेशन से आने-जाने वालों का आंकड़ा 65 हजार है।
डीआरएम ने बताया कि यहां पर सबसे ज्यादा कोयला है और उसके परिवहन के लिए रेल मार्ग पर दबाव है। इससे यात्री ट्रेनें प्रभावित हो रही हैं। अगले 15 महीनों में बिलासपुर से झारसुगुड़ा तक चौथी लाइन का काम पूरा करना है।