सावन के पुरुषोत्तम मास के सातवें सोमवार पर बिलासपुर शहर हर-हर महादेव और बोल बम के जयकारों से गूंज उठा। सर्व हिंदू समाज ने यहां पहली बार कांवड़ यात्रा की शुरूआत की, जिसमें बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल हुईं। अरपा नदी के छठ घाट से जल लेकर निकले श्रद्धालु पैदल चलकर सरकंडा स्थित नंदी महादेव मंदिर पहुंचे और जलाभिषेक किया।
सावन महीने की शुरुआत से ही लोग भगवान भोलेनाथ की पूजा-अर्चना कर रहे हैं। इस बार अधिक मास होने की वजह से सावन दो माह का है। पुरुषोत्तम मास में भगवान शिव की पूजा की विशेष महिमा बताई गई है। आज सावन के सातवें सोमवार पर शिवालयों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। सुबह से लेकर दोपहर और शाम तक लोग मंदिर पहुंच कर भगवान शिव की पूजा अर्चना करते रहे।
सर्व हिंदू समाज ने निकाली कांवड़ यात्रा
सावन मास के सातवें सोमवार पर सर्व हिंदू समाज ने भव्य कावड़ यात्रा की शुरूआत की। इस दौरान बड़ी संख्या में लोग कांवड लेकर अरपा नदी के तट पर बने तोरवा स्थित छठ घाट पहुंचे। इसमें बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल हुईं। यहां अरपा नदी से कांवड़ में जल लेकर कांवड़िए पदयात्रा करते हुए सरकंडा के जोरापारा स्थित नंदीश्वर शिव मंदिर पहुंचें। इससे पहले कांवड़ यात्री गुरु नानक चौक, दयालबंद, गांधी चौक, सिटी कोतवाली, गोजबाजार, सदरबाजार, देवनीनंदन चौक होते हुए पैदल निकले। इस दौरान पूरा शहर बोल बम और हर हर महादेव के नारों से गूंजता रहा।
जलाभिषेक करने की है परंपरा
कांवड़ यात्रा के आयोजक सर्व हिंदू समाज के पदाधिकारियों ने कहा कि भगवान भोलेनाथ सिर्फ एक लोटा जल से प्रसन्न हो जाते हैं। यही वजह है कि उनका प्रिय मास सावन में देश भर के प्रसिद्ध शिव मंदिरों और 12 ज्योतिर्लिंगों में श्रद्धालु कावड़ यात्रा निकालते हैं और भगवान भोलेनाथ को जलाभिषेक करते हैं। इसी कड़ी में बिलासपुर में भी सर्व हिंदू समाज ने इस परंपरा की शुरूआत की है।
बड़ी संख्या में महिलाएं भी हुईं शामिल
पहली बार आयोजित इस कांवड़ यात्रा में बड़ी संख्या में हिंदू समाज की महिलाएं भी शामिल हुईं, जो अपनी कंधों पर कांवड़ लेकर पदयात्रा पर निकलीं। उन्होंने इस आयोजन की तारीफ भी की और कहा कि उनका सौभाग्य है कि उन्हें कांवड़ यात्रा में शामिल होने का मौका मिला।
मंदिर परिसर में भंडारा, जगह-जगह हुआ स्वागत
सर्व हिंदू समाज के पदाधिकारियों के साथ ही सामाजिक संगठन के लोगों ने कांवड़ यात्रा का जगह-जगह स्वागत किया। इस दौरान कांवड़ यात्रियों के लिए प्रसाद और पानी की भी व्यवस्था की गई थी। वहीं, मंदिर परिसर में भी कांवड़ यात्रियों के लिए भंडारे का आयोजन किया गया।
शहर में जगह-जगह लगा जाम
तोरवा स्थित छठघाट से कांवड़ यात्रा निकली और शहर के प्रमुख मार्गों पर पहुंची, तब जगह-जगह जाम लगना शुरू हो गया। इस दौरान ट्रैफिक पुलिस के जवान तैनात थे। लेकिन, भीड़ ज्यादा होने के कारण जाम की स्थिति बनी रही। इस दौरान बाइक और चार पहिया वाहन सवार लोग जाम में फंस गए। वहीं, भीड़ देखकर लोगों को अपना रास्ता बदलना पड़ा। कांवड़ यात्रा निकली, तब तोरवा चौक से लेकर गोलबाजार तक जाम की स्थिति बनी रही। वहीं, सरकंडा में भी लोग जाम से परेशान होते रहे।