छत्तीसगढ़ में ऑनलाइन सट्टे के मामले में ED की कार्रवाई को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में इसकी कोई ब्रांच नहीं है, जो सट्टा खिलाने वाले हैं, वे जरूर यहां के हैं। सीएम ने बताया कि 30 मार्च 2022 को इस मामले में पहली FIR दुर्ग में की गई थी, फिर रायपुर, बिलासपुर और सभी जगहों पर 72 मामले छत्तीसगढ़ पुलिस ने दर्ज कर 449 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। उन्होंने कहा कि इतनी बड़ी कार्रवाई अब तक कहीं नहीं हुई है लेकिन कार्रवाई करने वालों पर ही मामले में शामिल होने का आरोप लग रहा हैं। सीएम ने बताया कि आरोपियों की गिरफ्तारी केवल छत्तीसगढ़ ही नहीं बल्कि दिल्ली,गोवा और मुंबई में अलग-अलग जगहों में हुई हैं और अब तक 196 लैपटॉप 885 मोबाइल और बहुत सारे इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स जप्त किए गए हैं। 40 लाख से ज्यादा नगदी और डेढ़ करोड़ से अधिक की सामग्री जप्त की गई है। इसके अलावा 16 करोड़ रुपए से ज्यादा की राशि और करीब 1000 बैंक खातों को सीज किया गया है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में ऑनलाइन सट्टे का कोई भी ब्रांच या कार्यालय नहीं है। सट्टे से जुड़े सभी लोग गिरफ्तार या अंडरग्राउंड हो चुके हैं। ऑनलाइन सट्टा एप के मुख्य आरोपी सौरभ चंद्राकर को लेकर लुक आउट सर्कुलर जारी किया गया है। जुआ-सट्टा पर अंकुश लगाने के लिए प्रदेश में कठोर कानून,छत्तीसगढ़ जुआ प्रतिषेध अधिनियम 2022 जो इस समय राज्य में लागू है और उसी के तहत कार्रवाई की गई है।
सट्टेबाजों पर सबसे ज्यादा कार्रवाई छत्तीसगढ़ में हुई
मुख्यमंत्री ने कहा कि सट्टेबाजों पर इतनी बड़ी कार्रवाई देश में कहीं नहीं हुई है जबकि इनका ऑफिस बड़े शहरों में है। वहां कोई कार्यवाही नहीं हो रही है और जब हम कार्रवाई कर रहे तब ये हमें ही कह रहे हैं कि हम इस मामले में शामिल है। अगर हम शामिल होते, तो क्या डेढ़ साल से कार्रवाई कर रहे होते?
सीएम ने कहा कि राजनीति के चलते राज्य सरकार को बदनाम करने के लिए कार्रवाई की जा रही है। इसके अलावा इनका कोई उद्देश्य नहीं है, अगर है तो उनके हेड ऑफिस में जाए वहां कार्रवाई करें। यहां भारतीय जनता पार्टी सीधे चुनाव नहीं लड़ पा रही है तो ED और IT के जरिए चुनाव लड़ना चाहती है। जब हम डेढ़ साल से कार्रवाई कर रहे हैं तब वे चुप बैठे थे लेकिन अब चुनाव नजदीक आ गया है, तब काम में बाधा डालने और सरकार को बदनाम करने के लिए ऐसा किया जा रहा है।
बीजेपी को हिंसा पसंद है
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में कानून का राज है। 5 साल पहले लगातार छत्तीसगढ़ जल रहा था।नक्सली समस्याओं से अब नक्सल समस्या को हमारी सरकार ने बहुत धकेल दिया है, वे अब सीमित क्षेत्र में रह गए हैं। उन्होंने कहा बीजेपी को हिंसा और घृणा पसंद है। इसी कारण से वह लगातार उनके कार्यकाल में नक्सली गतिविधियां बढ़ीं। अब जब प्रदेश शांत हो रहा है ,तब यह ED और IT के माध्यम से मामले को गरम किया जा रहा है।