नई दिल्ली (वीएनएस)। उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडु ने वैश्विक तापमान के स्तर को सीमित करने के लिए सभी देशों से समेकित प्रयास करने का आग्रह किया, ताकि छोटे द्वीप और उनकी अवर्णनीय सुंदरता बरकरार रहे और द्वीपवासियों के आवास विस्थापित न हों। छोटे द्वीपों पर जलवायु परिवर्तन और ग्लोबल वार्मिंग के प्रभाव को लेकर अपनी गहरी चिंता व्यक्त करते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा कि यह अनुचित है कि छोटे द्वीप जिनका कुल उत्सर्जन का प्रतिशत न्यूनतम है, बड़े राष्ट्रों की लापरवाही की कीमत चुकाते हैं। उन्होंने कहा, समुद्र का बढ़ता स्तर, तूफान, बाढ़ और तटीय कटाव दुनिया भर के विभिन्न द्वीपों के निवासियों के लिए एक बड़ा खतरा है। लक्षद्वीप द्वीप समूह के अपने दो दिवसीय आधिकारिक दौरे के समापन पर उपराष्ट्रपति ने यात्रा के अपने अनुभव साझा करते हुए एक फेसबुक पोस्ट लिखा। लक्षद्वीप के द्वीपों में भारत का विशेष रहस्य होने का जिक्र करते हुए उपराष्ट्रपति ने कहा, फिरोजा नीले पानी के विशाल विस्तार, ताड़ के पेड़ों की छतरी, सफेद रेत के किनारों और साफ नीले आसमान से घिरा होना हर्ष की बात है।