छत्तीसगढ़ में मानसून पूरी तरह सक्रिय है। प्रदेश के ज्यादातर जगहों में बुधवार को भी बारिश हो सकती है। मौसम विभाग ने रायगढ़, रायपुर, गरियाबंद, धमतरी, महासमुंद, बस्तर, कोंडागांव, दंतेवाड़ा, सुकमा, कांकेर, बीजापुर और नारायणपुर जिले में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। इसके अलावा बाकी जिलों में भी हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है।
प्रदेश में 1 जून से 12 सितम्बर तक 848.6 मिमी बारिश हुई है, जो सामान्य से 18 फीसदी कम है। हांलाकि इस कमी को मौसम विभाग सामान्य बारिश की ही तरह ले रहा है। वहीं 13 जिले ऐसे हैं, जहां कम बारिश हुई है लेकिन अलर्ट के बाद ये कमी पूरी होने के आसार हैं।
बीते 24 घंटे में कैसा रहा मौसम
मंगलवार को प्रदेश के ज्यादातर जिलों में बारिश हुई है। खासकर दक्षिण छत्तीसगढ़ यानी बस्तर संभाग में भारी बारिश हुई है। यहां दंतेवाड़ा, नारायणपुर, बीजापुर, सुकमा, कांकेर और कोंडागांव में कई जगहों में तेज बारिश हुई है। इधर रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग, कोरबा और राजनांदगांव में हल्की से मध्यम बारिश रिकॉर्ड की गई है।
प्रदेश में दर्ज बारिश के आंकड़े
जिला बारिश (मिलीमीटर में)
बस्तर (बकावंड) 66
बीजापुर (उसर) 54.1
बलरामपुर (शंकरगढ़) 48
दंतेवाड़ा (बड़े बचेली) 39.1
महासमुंद 27.8
कोंडागांव (माकड़ी) 18.2 मिमी
गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही (पेण्ड्रा) 27.6
राजनांदगांव (डोंगरगढ़) 17.8
मुंगेली (लोरमी) 12.5
गरियाबंद (देवभोग) 10.4
इन जिलों में कम हुई बारिश
प्रदेश के कई जिलों में बादल छाए रहे जिनमें बारिश कम हुई है, इनमें रायपुर, दुर्ग, धमतरी, बालोद, बेमेतरा, कोरबा, रायगढ़, सरगुजा, सूरजपुर, जशपुर और कोरिया जिले में कम बारिश हुई है।
कैसे रहेंगे अगले 24 घंटे
मध्यम से भारी बारिश : रायगढ़, रायपुर, गरियाबंद, धमतरी, महासमुंद, बस्तर, कोंडागांव, दंतेवाड़ा, सुकमा, कांकेर, बीजापुर और नारायणपुर
हल्की से मध्यम बारिश : सरगुजा, जशपुर, कोरिया, सूरजपुर, बलरामपुर, पेण्ड्रा रोड, बिलासपुर, मुंगेली, कोरबा, जांजगीर, बलौदाबाजार, दुर्ग, बलोद, बेमेतरा, कबीरधाम, राजनांदगांव
क्या कहते हैं मौसम विशेषज्ञ
मौसम विशेषज्ञ एचपी चंद्रा ने बताया कि इस समय प्रदेश में मानसूनी गतिविधियों के लिए पर्याप्त सिस्टम बने हुए हैं। उन्होंने बताया कि बारिश के लिए कई सिस्टम इस समय एक्टिव हैं। जिसके असर से छत्तीसगढ़ में अच्छी बारिश के आसार हैं। एक ऊपरी हवा का चक्रवाती सिस्टम दक्षिण-पश्चिम उत्तर प्रदेश और उसके आसपास 7.6 किलोमीटर ऊंचाई तक फैला हुआ है।
इसके अलावा एक पूर्व-पश्चिम द्रोणीका दक्षिण- पश्चिम उत्तर प्रदेश से मध्य बंगाल की खाड़ी तक 3.8 किलोमीटर ऊंचाई तक है। एक चक्रीय चक्रवाती घेरा मध्य बंगाल की खाड़ी और उससे लगे उत्तर बंगाल की खाड़ी के ऊपर 7.6 किलोमीटर ऊंचाई तक फैला हुआ है।
इसके प्रभाव से अगले 24 घंटे में एक निम्न दाब का क्षेत्र उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी और उससे लगे पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर बनने की संभावना है। उसके बाद यह प्रबल होकर निम्न दाब के क्षेत्र के रूप में परिवर्तित होने की संभावना है और यह पश्चिम-उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ते हुए दक्षिण उड़ीसा और उत्तर आंध्र प्रदेश तक पहुंचने की संभावना।
इसके अलावा एक और द्रोणिका मध्य बंगाल की खाड़ी और उससे लगे उत्तर बंगाल की खाड़ी से उत्तर तटीय आंध्र प्रदेश तक 4.5 किलोमीटर से 7.6 किलोमीटर ऊंचाई तक है। जिनके असर से प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश की संभावना है।