मानसून समाप्त हो चुका है और इसी के साथ वायरल फीवर अपना कहर बरपा रहा है. छत्तीसगढ़ के कोरबा शहर सहित जिलेभर के सरकारी और निजी अस्पतालों में अचानक से मरीजों की संख्या बढ़ गई है. ओपीडी में लगने वाली लंबी लंबी कतार में अधिकांश मरीज वायरल फीवर के शिकार बताए जा रहे हैं. कई डॉक्टरों ने कोविड के नए वेरिएंट के फैलने की आशंका जताई की है. इस वर्ष मानसून विलंब से आया भी और मानसून की विदाई भी विलंब से हुई है. अक्टूबर के शुरुआती हफ्ते तक कोरबा जिले के कई क्षेत्रों में अच्छी खासी बारिश हुई और दूसरे हफ्ते से मानसून का दौर लगभग समाप्त हो गया है.
कोरबा जिले में वायरल फीवर का कहर
वर्तमान में मौसम सामान्य बना हुआ है और दिन में जहां उमस भरी गर्मी परेशान कर रही है तो वहीं रात होते ही ठंड का एहसास भी हो रहा है. इस बदलते मौसम के बीच मौसमी बीमारी भी शुरू हो चुकी हैं. पिछले लगभग पखवाड़े भर से शहर सहित जिले भर में वायरल फीवर का कहर बना हुआ है, जो भी व्यक्ति इसकी चपेट में आ रहा है. वह लगभग सप्ताह भर तक शारीरिक रूप से काफी कमजोर महसूस कर रहा है. इस समय आम नागरिक तो आम नागरिक अनेक डॉक्टर भी वायरल फीवर की चपेट में है.
बात करें जिला चिकित्सालय सह मेडिकल कॉलेज अस्पताल की तो यहां पदस्थ कई डॉक्टर वायरल फीवर की चपेट में है. कई डॉक्टरों ने आशंका जाहिर की है कि इस समय जो वायरस फैला हुआ है वह कोविड का नया वेरिएंट हो सकता है लेकिन इसकी पुष्टि इसलिए नहीं हो सकती है क्योंकि पिछले कई माह से सभी अस्पतालों और कोरोना काल के दौरान बनाए गए कोविड जांच सेंटर में ताला लटक गया है और इस बीमारी को पहचानने के लिए जांच ही पूरी तरह से बंद हो चुकी है.
सरकारी अस्पतालों में लगी लंबी कतारें
इस वायरल फीवर के कारण कहीं कहीं तो पूरा का पूरा परिवार ही इस बीमारी की चपेट में है. इस समय न केवल सरकारी अस्पताल बल्कि जिलेभर के निजी अस्पतालों में भी मरीजों की संख्या में अचानक से इजाफा हो गया है और इसकी पुष्टि यहां के ओपीडी से की जा सकती है जहां प्रतिदिन मरीजों की लंबी लंबी कतारें देखी जा रही है.
इस तरह रखें सावधानियां
वर्तमान में तेजी से फैल रहे वायरल फीवर से बचने के लिए जिला चिकित्सालय सह मेडिकल कॉलेज अस्पताल के डॉ. जाटवर ने बताया कि लगभग सभी लोगों ने कोविड के समाप्त होने की स्वयं पुष्टि कर ली है और सावधानियां भी बंद कर दी हैं. डॉ. जाटवर का कहना है कि इस समय किसी के भी चेहरे में मास्क नजर नहीं आता है. उनका कहना है कि कोरबा जिला प्रदूषण के मामले में गंभीर है लिहाजा यहां हर समय लोगों को मास्क का प्रयोग करना चाहिए. यदि आमजन सामान्य सभा में भी मास्क पहनेंगे तो कई तरह की बीमारियों से बचा जा सकता है.
वायरल फीवर से बचने के लिए डॉ. जाटवर ने लोगों को भरपूर पानी पीने की सलाह देते हुए कहा कि जहां तक संभव हो पानी को उबालकर ही पीए. इसके साथ ताजा और गरम भोजन ही करें. इस समय बाजार में उपलब्ध हरी सब्जियों को घर लाकर अच्छी तरह से साफ करने के बाद ही उसका उपयोग करने की सलाह डॉ. जाटवर ने आमजनों को दी है. उन्होंने कहा कि जैसे ही किसी व्यक्ति को कमजोरी, शरीर में दर्द और आंखों में जलन महसूस हो तत्काल वे चिकित्सक से मिलकर उनकी सलाह लें.