छत्तीसगढ़ मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर (MCB) जिले में लाखों रुपये तनख्वाह पाने वाले विधायक की पत्नी के नाम से गरीबी रेखा राशन कार्ड बना है, और बकायदा उस कार्ड पर राशन का उठाव भी हर महीने हो रहा है. प्रदेश की पहली विधानसभा भरतपुर-सोनहत विधानसभा से कांग्रेस विधायक गुलाब कमरो की पत्नी लीलावती के नाम पर राशन कार्ड बना है, जिमसें परिवार के सदस्य के तौर पर विधायक गुलाब कमरो का भी नाम है. मतलब साफ है छत्तीसगढ़ में गरीबों के हिस्से का राशन विधायक व उनका परिवार डकार रहा है.
बता दें कि, भरतपुर-सोनहत विधानसभा से विधायक गुलाब कमरो मनेन्द्रगढ़ विकासखंड के साल्ही ग्राम पंचायत के रहने वाले है. साल्ही ग्राम पंचायत के गरीबी रेखा राशन कार्ड धारकों में विधायक गुलाब कमरो की पत्नी लीलावती के नाम से भूमिहीन कृषि मजदूर परिवार के तहत नीला राशन कार्ड बना है. विधायक की पत्नी के नाम से बने राशन कार्ड में सम्मिलित सदस्यों में विधायक गुलाब कमरो व उनकी दोनों बेटी अंजली व निशा का भी नाम शामिल है. गौर करने वाली बात है कि विधायक गुलाब कमरो की पत्नी के नाम पर राशन कार्ड भूमिहीन कृषि परिवार के तौर पर जारी हुआ है, जबकि विधायक गुलाब कमरो के नाम पर ग्राम साल्ही में कृषि भूमि व अन्य भूमि है. जिसका हवाला उन्होंने वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव के शपथ-पत्र में दिया था.
रिकवरी का प्रावधान
ऐसे मामलों में रिकवरी का प्रावधान है. अब तक उस राशन कार्ड से जो भी फायदा मिला है उसका बाजार दर पर रिकवरी होती है राशनकार्ड धारी से, फिर राशन कार्ड निरस्त होता है और ऐसे नामों को ब्लैकलिस्ट किया जाता है. अब देखने वाली बात यह होगी कि प्रशासन विधायक के राशन कार्ड को लेकर क्या करता है.
मेरे पिताजी के नाम पर है जमीन
इस संबंध में विधायक गुलाब कमरो ने कहा कि साल्ही गांव में मेरे नाम से कोई जमीन नहीं है, मेरे पिताजी के नाम पर है 20 डिसमिल. बाकी कोई इश्यू नहीं है. वहीं जिला खाद्य अधिकारी संजय ठाकुर ने कहा कि वेतन पाने वाले जनप्रतिनिधियों या उनके परिवार का गरीबी रेखा राशन कार्ड नहीं होना चाहिए. अगर विधायक या उसके परिवार का गरीबी रेखा राशन कार्ड बना है तो गलत है.