छत्तीसगढ़ में होने वाले विधानसभा चुनाव के प्रथम चरण में 7 नवंबर को बस्तर संभाग के 12 विधानसभा सीटों में मतदान होना है, और इसके लिए भाजपा समेत कांग्रेस ने भी अपने प्रत्याशियों की लिस्ट जारी कर दी है. लेकिन इन 12 विधानसभा सीटों में से एकमात्र सामान्य और हाई प्रोफाइल सीट जगदलपुर विधानसभा में अभी भी कांग्रेस के प्रत्याशी के नाम को लेकर माथापच्ची जारी है. इस सीट पर कांग्रेस अपना प्रत्याशी तय नहीं कर पा रही है. बताया जा रहा है कि कुछ नाम को लेकर पेंच फंसा हुआ है और किसी एक नाम पर सहमति नहीं बन रही है.
खुद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज जगदलपुर विधानसभा सीट में प्रत्याशी के चयन को लेकर व्यक्तिगत रुचि ले रहे हैं. हालांकि बताया जा रहा है कि 17 अक्टूबर को इस सीट में प्रत्याशी का नाम घोषित कर दिया जाएगा, लेकिन फाइनल प्रत्याशी का नाम किसका होगा इसको लेकर अभी भी संशय बरकरार है. वही जगदलपुर वासियो को भी बेसब्री से इस सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी के नाम की घोषणा का इंतजार है.
इन चार दावेदारों के नाम पर है चर्चा
छत्तीसगढ़ का बस्तर संभाग आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र होने की वजह से बस्तर संभाग के 12 विधानसभा सीटों में से 11 सीट अनुसूचित जनजाति के वर्ग के प्रत्याशी के लिए आरक्षित है. नवरात्रि के पहले दिन रविवार सुबह कांग्रेस ने 12 विधानसभा सीटों में से 11 विधानसभा सीटों के प्रत्याशियों के नाम घोषित कर दिए, जिसमें वर्तमान 7 विधायकों को दोबारा मौका दिया गया है, वही इस लिस्ट के आने के बाद सभी की निगाहें जगदलपुर विधानसभा में टिकी हुई थी, लेकिन कांग्रेस आलाकमान ने इस सीट को खाली छोड़ दिया, जिसके बाद इस हाई प्रोफाइल सीट की पूरे प्रदेश में चर्चा होने लगी. बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज किसी एक नाम पर सहमति नहीं बन पा रहे हैं.
मुख्यमंत्री के करीबी माने जाने वाले इंद्रावती प्राधिकरण के उपाध्यक्ष और पूर्व कांग्रेस जिला अध्यक्ष राजीव शर्मा के नाम पर चर्चा हुई. इसके बाद जगदलपुर के सिटिंग एमएलए रेखचंद जैन को भी एक बार दोबारा मौका देने की बात उठी. पिछले कुछ दिनों तक यही चर्चा रही कि सिटिंग एमएलए रेखचंद जैन को दोबारा जगदलपुर विधानसभा से मौका दिया जाएगा. लेकिन शनिवार शाम से ही एक नए नाम को लेकर चर्चा होने लगी और यह नाम है मलकीत सिंह गैदू का. मलकीत सिंह प्रदेश कांग्रेस के पूर्व महासचिव और वर्तमान में प्रभारी महामंत्री संगठन प्रशासनिक के पद पर हैं. बताया जा रहा है कि पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज मलकीत सिंह गैदू के नाम को लेकर जोर आजमाइश कांग्रेस आलाकमान के सामने कर रहे हैं.
जतिन जायसवाल भी हैं दावेदार
इसी बीच टीएस सिंह देव के खेमे के जगदलपुर के पूर्व महापौर जतिन जायसवाल भी दावेदार के रूप में टिकट के लिए प्रयास कर रहे हैं. रविवार को यह भी चर्चा थी कि इन चारों दावेदारों के नाम को लेकर माथापच्ची करने के बाद जतिन जायसवाल को टिकट मिल रहा है, लेकिन एक बार फिर सोमवार दोपहर को जगदलपुर विधानसभा सीट पर प्रत्याशी के नाम पर अंतिम निर्णय के लिए एक बार फिर सीएम भूपेश बघेल और पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज ने दिल्ली की दौड़ लगाई है, और ऐसे में कहा जा रहा है कि सोमवार शाम इस सीट को लेकर फाइनल बैठक होगी और किसी एक नाम पर सहमति बन जाएगी. फिलहाल इस विधानसभा सीट से अभी राजीव शर्मा, सिटिंग एमएलए रेखचंद जैन, मलकीत सिंह गैदू और जतिन जायसवाल के नाम पर चर्चा है.
संगठन से नाराज टीवी रवि ने खरीद लिया है नामांकन फार्म
इधर कांग्रेस से टिकट नहीं मिलने के अंदेशा में कांग्रेस के नेता टीवी रवि ने पहले ही नामांकन फार्म खरीद लिया है और बताया जा रहा है कि निर्दलीय चुनाव लड़ने का भी मन बना रहे हैं. टीवी रवि संगठन से काफी नाराज चल रहे हैं. उनका कहना है कि लंबे समय से जगदलपुर विधानसभा से चुनाव लड़ने के लिए कांग्रेस से दावेदारी कर रहे हैं, लेकिन पार्टी के आलाकमान उन्हें केवल आश्वासन दे रहे हैं. ऐसे में इस बार अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए उन्होंने पहले ही नामांकन फॉर्म खरीद लिया है और ऐसा भी कहा जा रहा है कि वे इस बार निर्दलीय चुनाव लड़ सकते हैं, इधर कांग्रेस के जिला अध्यक्ष सुशील मौर्य का कहना है कि टीवी रवि कांग्रेस के पुराने कार्यकर्ता हैं. जरूर उनकी संगठन के लोगों से नाराजगी होगी लेकिन उनके साथ बैठकर चर्चा कर उनकी नाराजगी दूर की जाएगी और उनके नाम वापस लेने के लिए सकारात्मक माहौल बनाकर बातचीत की जाएगी.