छत्तीसगढ़ विधानसभा (Chhattisgarh Assembly) के पहले चरण का मतदान 7 नवंबर और दूसरे चरण का मतदान 17 नवंबर को किया जाने वाला है. पहले चरण में बस्तर संभाग के 12 विधानसभा सीटों पर मतदान होने हैं. चुनाव को लेकर जिला प्रशासन के साथ-साथ बस्तर पुलिस ने भी अपनी तैयारी पूरी कर ली है.
छत्तीसगढ़ का यह इलाका नक्सल प्रभावित क्षेत्र है. ऐसे में जिला प्रशासन और बस्तर पुलिस ने बस्तर में शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव करवाने की पूरी तैयारी कर ली है. तो वहीं नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में जवानों ने सुरक्षा की कमान संभाल ली है. लगातार जवान नक्सलियों के ठिकाने पर दबिश दे रहे हैं.
पुलिस और नक्सलियों के बीच हुई जमकर मुठभेड़
मंगलवार (17 अक्टूबर) सुबह भी DRG , बस्तर फाइटर्स , STF और सीआरपीएफ जवानों की संयुक्त टीम बीजापुर जिले कोरजेंड- बंदेपारा इलाके में बड़े नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना पर सर्चिंग के लिए निकली हुई थी. इस दौरान पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई. लगभग डेढ़ से 2 घंटे तक चले मुठभेड़ के बाद पुलिस को भारी पड़ता देख नक्सली मौके से भाग खड़े हुए. सर्चिंग के दौरान जवानों ने घटनास्थल से एक नक्सली का शव बरामद किया है.
साथ ही उसके पास से एके-47 (AK-47) राइफल भी बरामद हुआ है. बताया जा रहा है कि मारे गए नक्सली की पहचान DVCM कमांडर नागेश के रूप में की गई है, जिस पर पुलिस ने करीब 8 लाख रुपये का इनाम घोषित कर रखा था. वहीं जवानों के तरफ से लगातार इलाके में सर्चिंग अभियान जारी है. जवानों के घटना स्थल से वापस मुख्यालय लौटने के बाद ही और जानकारी मिल पाएगी.
बड़े नक्सली लीडरों की मौजूदगी की थी सूचना
बस्तर आईजी सुंदरराज पी (Sundarraj P) ने जानकारी देते हुए बताया कि 7 नवंबर को प्रथम चरण में होने वाले मतदान को देखते हुए बस्तर पुलिस ने अपनी कमर कस ली है, और नक्सलियों के ठिकानों पर लगातार पुलिस के जवान दबिश दे रहे है. बस्तर में शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव संपन्न कराने के लिए अतिरिक्त फोर्स की भी मांग, चुनाव आयोग से की गई है. उन्होंने कहा कि फोर्स आने से पहले लगातार बस्तर में तैनात जवान एंटी नक्सल ऑपरेशन चला रहे हैं.
इसी ऑपरेशन के दौरान ही बीजापुर जिले में मंगलवार (17 अक्टूबर) सुबह बस्तर पुलिस को सफलता हासिल हुई है. आईजी (IG) ने बताया कि मुठभेड़ में जिस नक्सली को जवानों ने मार गिराया है, वह लंबे समय से नक्सली संगठन में सक्रिय रहा था. वह नक्सली संगठन के DVCM का कमांडर रहा था. इस पर पुलिस ने 8 लाख रुपये का इनाम घोषित कर रखा था.
आगे भी जारी रहेगा एंटी नक्सल ऑपरेशन
बस्तर के आईजी सुंदरराज पी ने कहा कि नागेश के मारे जाने से नक्सली संगठन को इससे बड़ा नुकसान हुआ है. उन्होंने कहा कि जवानों से मिली जानकारी के मुताबिक सुबह जिस जगह नक्सलियों के साथ मुठभेड़ हुई थी, वहां पर मद्देड एरिया कमेटी प्रभारी DVCM नागेश के साथ, सचिव ACM बुचन्ना, ACM विश्वनाथ और अन्य 15- 20 हथियारबंद नक्सलियों की उपस्थिति की सूचना थी. हालांकि, मुठभेड़ के दौरान बाकी नक्सली भाग निकलने में कामयाब हो गए.
तो वहीं आईजी ने दावा किया है कि इन नक्सलियों में कुछ नक्सली घायल भी हुए हैं. क्योंकि मौके पर खून के धब्बे के निशान भी देखे गए हैं. उन्होने कहा कि आगे भी नक्सलियों के खिलाफ एंटी नक्सल ऑपरेशन जारी रहेगा. फिलहाल इलाके में लगातार जवान सर्चिंग अभियान जारी रखे हुए हैं.
चुनाव के लिए मांगी गई है अतिरिक्त फोर्स
दरअसल पिछले कुछ महीनों से नक्सली लगातार बस्तर संभाग के अलग-अलग इलाकों में सक्रिय हो रहे हैं. जिसे देखते हुए बस्तर पुलिस ने अंदरूनी इलाकों में सर्च ऑपरेशन तेज कर दिया है. इसी ऑपरेशन के तहत ही बस्तर पुलिस को यह कामयाबी मिली है. हालांकि, आगामी चुनाव को देखते हुए शांतिपूर्ण ढंग से बस्तर में चुनाव संपन्न कराना पुलिस के लिए बड़ी चुनौती होती है. ऐसे में बस्तर पुलिस को जल्द ही चुनाव आयोग से मांगे गए अतिरिक्त फोर्स का बस्तर पहुंचने का इंतजार है.