सरगुजा संभाग में कांग्रेस के विधायक चिंतामणि ने कांग्रेस के साथ भाजपा की चिंता बढ़ा दी है. जिसके बाद डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव का बयान भी सामने आया है. टीएस सिंहदेव नहीं चाहते हैं कि चिंतामणि कांग्रेस से जाए. लेकिन दूसरी ओर इस मामले में चिंतामणि को भाजपा में शामिल कराने गए नेता बृजमोहन अग्रवाल ने फिलहाल दबी ज़ुबान ही घर वापसी की बात कही है. वहीं चिंतामणि की शर्त ने कांग्रेस के साथ भाजपा की मुश्किलें बढ़ा दी है.
टीएस सिंहदेव ने कहा उनकी इच्छा
चिंतामणि के बीजेपी में जाने की सुगबुगाहट के बीच सूबे के डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव ने मीडिया से चर्चा में कहा कि अब भाजपा में शामिल होना चिंतामणि महाराज की इच्छा है. हम लोग तो चाहेंगे कि कांग्रेस की रीति, नीति और कांग्रेस पार्टी से विचार और मन से जुड़े है, वो कांग्रेस में ही रहें. टिकट तो आज मिलता है, कल नहीं मिलता है. ये अलग प्रक्रिया रहती है. कांग्रेस में जगह सबके लिए है. तो पार्टी नहीं छोड़ने का निर्णय लेंगे तो बेहतर रहेगा. हालांकि वो पहले भाजपा में ही थे. भाजपा से कांग्रेस में आए थे, कांग्रेस ने उनके लिए जो बना उतना किया. आज स्थिति अगर दूसरी है तो परिवार इतनी जल्दी नहीं छोड़ना चाहिए.
चिंतामणि के साथ अन्याय हुआ
बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि एक प्रतिष्ठापूर्ण समारोह में भाग लेने आए हैं. चिंतामणि महाराज के साथ जो कुछ हुआ है वो अन्याय हुआ है और वो दुखी हैं, उनके दुख में भागीदार बनने आए है. उनके साथ कांग्रेस पार्टी न्याय करेगी. वे भारतीय जनता पार्टी के विचारों से पहले से सहमत हैं. और आगे भी सहमत होंगे. चिंतामणि महाराज के भाजपा में शामिल होने के सवाल पर बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि ये बात उन्हीं से पूछिए.
चिंतामणि ने मीडिया से कहा
चिंतामणि महाराज ने कहा कि टिकट कटने के बाद उनके (BJP) मन में आया कि हमारे साथ ले आएं. उसी विषय पर बात करने आए थे. उनका कहना था कि हमारे साथ आ जाइए लोकसभा का चुनाव लड़ाएंगे. इसमें मैं बात रखा हूं कि अंबिकापुर विधानसभा में अभी कोई प्रत्याशी चयन नहीं हुआ है. तो अंबिकापुर से चुनाव लड़ा दीजिए. और छह महीना बाद लोकसभा का चुनाव लड़ना होगा तो हमको लोकसभा भेज दीजियेगा. और अभी जो विधानसभा लड़ना चाहते है उन्हे बाद विधानसभा लड़वा दीजिए. क्योंकि महीनों बाद को कौन देखता है. आजकल लोगों का मन क्षण क्षण में बदलता है. बीजेपी अगर इसके लिए तैयार है तो उसके लिए हम भी विचार करेंगे, क्योंकि मेरे को समाज को भी जवाब देना है. मैं अकेले नहीं हूं. कल को कोई नहीं देखता है. अगर आज के लिए बात करेंगे, तो हम तैयार है. अगर हम सब मिलकर लड़ेंगे तो सरगुजा संभाग में बहुत अच्छे स्थान पर रहेंगे.