चुनावी मौसम में राजस्थान (Rajasthan) में प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) की छापेमारी के बाद प्रदेश का सियासी पारा चढ़ गया. दरअसल, राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा (Govind Singh Dotasra) के जयपुर और सीकर वाले आवासों पर ईडी ने गुरुवार (26 अक्टूबर) को छापेमारी की. साथ ही साथ ईडी की ओर से सीएम अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत को पूछताछ के लिए तलब किया.
अब ईडी की कार्रवाई को लेकर नेताओं की प्रतिक्रियाओं का दौर शुरू हो गया है. इसी क्रम में अब प्रवर्तन निदेशालय की इस कार्रवाई को लेकर अब छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री टीएस सिंह देव की भी प्रतिक्रिया सामने आई है. छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री टीएस सिंह देव (TS Singh Dev) ने कहा, “इडी का दुरुपयोग नहीं होना चाहिए. इडी को निष्पक्ष होना चाहिए. ऐसा नहीं दिखना चाहिए कि जो एक राजनैतिक पक्ष के लोग या कारोबारी हैं, जो किसी से जुड़े हुए हैं केवल उन पर ही कार्रवाई हो रही है, ऐसा नहीं होना चाहिए.
गलती है, तो ये तो हो ही नहीं सकता कि गलतियां केवल एक राजनैतिक पक्ष या विपक्ष के लोग ही करते हों और सत्ता पक्ष के लोग न करते हों. भारतीय जनता पार्टी और उससे जुड़ी हुईं जो पार्टियां हैं, इनके यहां कहीं कोई कमी नहीं है.”
टीएस सिंह देव ने ईडी को घेरा
टीएस सिंह देव ने कहा कि ये ऑपरेशन लोटस कहां से होता है. बड़ी-बड़ी राशियों की बात हम लोग सोचते हैं, तो ये ऑपरेशन लोटस और ये कमल कहां से खिलता है. उस पर ईडी ने ध्यान क्यों नहीं दिया. छत्तीसगढ़ में ही नागरिक आपूर्ति निगम में (नान) घोटला हुआ. नगद राशि मिली. इनकम टैक्स ने मामले में जांच की. उसके बाद एफआईआर दर्ज हुई. इस पर ईडी ने कार्रवाई क्यों नहीं की. यही नहीं प्रदेश में अनेकों ऐसे मामले हुए जहां ईडी को कदम उठाने चाहिए थे, लेकिन उसने नहीं उठाए. जोकि आपत्तिजनक है.
बता दें ईडी ने राजस्थान में कथित परीक्षा पत्र लीक मामले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में गोविंद सिंह डोटासरा के जयपुर और सीकर स्थित परिसरों पर छापेमारी की .वहीं सीएम गहलोत के बेटे वैभव गहलोत को एंजेसी ने विदेशी मुद्रा उल्लंघन मामले में पूछताछ करने के लिए तलब किया है. ये भी बता दें कि वैभव गहलोत को शुक्रवार (27 अक्टूबर) तक ईडी के सामने पेश होना था, लेकिन अब वैभव गहलोत को ईडी ने 30 अक्टूबर को दिल्ली स्थित कार्यालय बुलाया है.