बरसात के मौसम में टमाटर की बढ़ी हुई कीमतों ने जहां आम जनता को परेशान किया था. अब सर्दियों की सीजन की शुरू होने के साथ ही, प्याज के दाम भी लोगों को आंसू बहाने को मजबूर करने लगे हैं. इस समय प्याज की कीमतों में अचानक उछाल से लोगों की जेब और रसोई पर फर्क पड़ना शुरू हो गया है. आपको बता दें, कि कुछ दिनों पहले 20 से 25 रुपए प्रति किलो की दर से बिकने वाला प्याज अब 80 से 90 रुपए प्रति किलो तक पहुंच गया है. प्याज के महंगे होने के पीछे की वजह मांग के अनुरुप आपूर्ती नहीं हो पाना है.
कोरबा के साथ ही, देशवासियों को महंगाई से राहत फिलहाल मिलती नजर नहीं आ रही है. त्यौहारी सीजन शुरु होने के साथ ही चुनाव के बीच प्याज के दामों ने लोगों को रुलाना शुरु कर दिया है. ठंड के दस्तक देने के साथ ही, प्याज के दाम आसमान छूने लगे हैं. प्याज के महंगे होने के पीछे की वजह व्यापारियों ने मांग के अनुरुप आपूर्ती नहीं होने को बताया है. उन्होंने कहा, कि देश के सभी मुख्य मंडियों से प्याज की आवक कम हो गई है. इसलिए प्याज के दाम बढ़ते जा रहे हैं.
किचन का बिगड़ गया बजट
प्याज के बढ़ते दामों से महिलाओं के किचन का बजट गड़बड़ा गया है. वहीं भोजन की थाली में सब्जियों का स्वाद भी फीका पड़ने लगा है. बरसात में टमाटर की महंगाई के बाद अब ठंड में प्याज पर पड़ने वाली मंहगाई लोगों को कब तक रुलाएगी, यह देखने वाली बात है.