दिल्ली में लगातार कायम वायु प्रदूषण (Delhi Air Pollution) को देखते हुए प्राइमरी स्कूलों को 10 नवंबर तक बंद रखने का आदेश दिया गया है. दिल्ली की शिक्षा मंत्री आतिशी मार्लेना ने एक्स पर कहा कि चूंकि प्रदूषण का स्तर लगातार ऊंचा बना हुआ है. इसलिए दिल्ली में प्राथमिक स्कूल 10 नवंबर तक बंद रहेंगे. कक्षा 6 से 12 के लिए स्कूलों को ऑनलाइन कक्षाओं में शिफ्ट होने का विकल्प दिया जा रहा है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के मुताबिक दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक(AQI) ‘गंभीर’ श्रेणी में बना हुआ है. दिल्ली का AQI 468 दर्ज किया गया.
तकरीबन सभी सेंटरों पर एक्यूआई गंभीर श्रेणी में बना हुआ है. इसके चलते दिल्ली में निर्माण कार्य को अगले आदेश तक बंद कर दिया गया है. लोगों को बेवजह घरों से नहीं निकलने की सलाह दी गई है. जो लोग बाहर जाकर काम करते हैं, उन्हें मॉस्क का उपयोग करने का सुझाव दिया गया है. दिल्ली में प्रदूषण को कम करने के लिए NDMC सिविक सेंटर के आसपास सहित कई जगहों पर पानी का छिड़काव किया जा रहा है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPBC) के अनुसार नोएडा के सेक्टर 1 में AQI 410 गंभीर श्रेणी में दर्ज किया गया.
लगातार जल रही पराली जलाने का असर पंजाब के शहरों के AQI पर भी पड़ रहा है. बठिंडा का AQI 385, लुधियाना का 301, खन्ना का 265, जालंधर का 291, अमृतसर का 264, पटियाला का 251 और मंडी गोविंदगढ़ का AQI 277 रिकॉर्ड किया गया. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार हरियाणा के अंबाला में वायु गुणवत्ता सूचकांक(AQI) 236 ‘खराब’ श्रेणी में बना हुआ है.
वहीं दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि ‘केंद्र सरकार के आकड़े बताते हैं कि पंजाब में पराली पिछले साल से कम जलाई गई है. पंजाब के पराली के धुएं का दिल्ली पर उतना असर नहीं है, जितना हरियाणा और उत्तर प्रदेश का है क्योंकि हवा में गति ही नहीं है. हवा चलेगी तभी तो पंजाब का धुंआ दिल्ली तक आएगा. अभी दिल्ली में चारों ओर का धुंआ आया है. हरियाणा और उत्तर प्रदेश की पराली का धुंआ दिल्ली पहुंच रहा है.’