छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले में राइस मिल संचालक के द्वारा अवैध तरीके से बनाए गए धान के भंडारण (Paddy Storgae) यार्ड में पुलिस और प्रशासन ने छापेमारी करते हुए बड़ी कार्रवाई की है. जिसमें लरकेनी गांव स्थित यार्ड को सील कर दिया गया है. साथ ही 7800 बोरी कस्टम मिलिंग के लिए लाया गया धान और दो ट्रक सहित पूरे यार्ड को सील कर दिया गया है. अब पूरे मामले की जांच शुरू कर दी गई है. आशंका जताई जा रही है कि यह धान मध्य प्रदेश से लाया गया था. जिसे समिति प्रबंधकों के साथ सेटिंग कर छत्तीसगढ़ के धान खरीदी केंद्रों में खपाने की तैयारी थी.
दरअसल, मामला मरवाही के लरकेनी गांव स्थित संचालित साई एग्रो राइस मिल का है. स्थानीय प्रशासन को सूचना मिली कि संचालक के द्वारा राइस मिल की आड़ में अवैध तरीके से एक अस्थाई यार्ड तैयार करके वहां पर भारी मात्रा में शासकीय धान का भंडारण किया गया है और इस यार्ड का कोई भी दस्तावेज संबंधित राइस मिलर के पास नहीं है. जिसके बाद शनिवार देर शाम स्थानीय प्रशासन और पुलिस प्रशासन के द्वारा लरकेनी धनपुर रोड पर स्थित साई एग्रो राइस मिल के अवैध यार्ड पर प्रशासन ने दबिश देते हुए बड़ी कार्रवाई की.
3200 क्विंटल धान जब्त
पुलिस और प्रशासनिक टीम ने अवैध यार्ड से 3200 क्विंटल, 7800 बोरा धान जब्त किया. श्री साईं एग्रो राइस मिल का संचालक रोड किनारे खुले स्थान पर फैंसिंग करके स्टॉक करके धान को रख हो रहा था. जिसकी कोई परमिशन नहीं थी. साथ ही सुरक्षा मानकों को दरकिनार कर दिया गया था. सीसीटीवी कैमरे भी नहीं थे. कार्रवाई के दौरान तहसीलदार, पुलिस, राजस्व और फूड डिपार्टमेंट की टीम वहां मौजूद थी. फिलहाल, पूरे धान को जब्त कर सुपुर्दगी राइस मिल संचालक को दे दी गई है. आगे की कार्रवाई के लिए जीपीएम जिला के जिला खाद्य अधिकारी को प्रकरण बना कर भेज दिया गया है.
मध्य प्रदेश से सटा है यह जिला
इस कार्रवाई के अलावा जीपीएम जिले में धान खरीदी की शुरुआत से अब तक 14 प्रकरण में 630 बोरा धान और चार वाहन जब्त किए गए हैं. इस संबंध ने मरवाही तहसीलदार ने बताया कि 7800 बोरा धान जब्त किया गया है. अग्रिम कार्रवाई के लिए जिला कार्यालय को भेजा गया है. बता दें कि गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिला मध्य प्रदेश से सटा हुआ है.