रायपुर (वीएनएस)। प्रदेश के धान खरीदी केन्द्रों में अब फिर से किसानों की चहल-पहल बढ़ गई है। इन केन्द्रों में बड़ी मात्रा में धान की आवक हो रही है। धान खरीदी केन्द्रों को अब पुनः व्यवस्थित कर लिया गया है। गौरतलब है कि कुछ दिनों पूर्व हुई बारिश और मौसम में बदलाव के कारण राज्य की कुछ धान खरीदी केन्द्रों में खरीदी कार्य में व्यवधान उत्पन्न हुआ था, जिसे अब ठीक कर लिया गया है।
खाद्य सचिव टोपेश्वर वर्मा ने बताया कि राज्य के 2484 धान उपार्जन केन्द्रों से समर्थन मूल्य पर की जा रही धान खरीदी की नियमित रूप से मॉनिटरिंग की जा रही है। मैदानी अमलों को यह निर्देश दिए गए हैं कि धान खरीदी कार्य में किसानों को किसी प्रकार की दिक्कत नहीं होनी चाहिए। इसका विशेष ध्यान रखा जाए। सभी धान खरीदी केन्द्रों में बारिश से धान को सुरक्षित रखने के लिए सभी आवश्यक इंतजाम के लिए कहा गया है।
खाद्य सचिव ने बताया कि मुख्यमंत्री की पहल पर राज्य सरकार द्वारा मिलरों को दी जाने वाली प्रोत्साहन राशि बढ़ाकर 120 रूपए प्रति क्विंटल कर दी गई है। इसके अलावा किसानों के पुराने बारदाने के लिए 25 रूपए की राशि दी जा रही है। इससे राज्य में पिछले वर्षों की तुलना में इस वर्ष कस्टम मिलिंग के लिए धान खरीदी केन्द्रों से तेजी से धान का उठाव हो रहा है। इस वर्ष केन्द्रीय पुल में 61.65 लाख मीट्रिक टन धान जमा कराया जाना है इसको देखते हुए रेलवे के रेक मूव्हमेंट पर लगातार निगरानी रखी जा रही है जिससे समय पर केन्द्रीय पुल के लिए निर्धारित चावल जमा कराया जा सके।
वर्मा ने बताया कि राज्य में चालू धान खरीदी सीजन में 105 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी का लक्ष्य रखा गया है। सभी धान खरीदी केन्द्रों में धान के रख-रखाव की पर्याप्त व्यवस्था की गई है। धान खरीदी केन्द्रों में 31 दिसम्बर तक सहकारी समितियों के माध्यम से 14 लाख किसानों से 54.20 लाख मीट्रिक टन की खरीदी की गई है। धान खरीदी केन्द्रों में खरीदे गये धान का मिलरों द्वारा उठाव किया जा रहा है। धान के उठाव के लिए 22.95 लाख मीट्रिक टन का डी.ओ. जारी किया जा चुका है। जिसके विरूद्ध मिलर्स द्वारा 18 लाख मीट्रिक टन एवं 4.95 लाख मीट्रिक टन धान परिवहनकर्ता द्वारा उठाव कर लिया गया है। इस प्रकार कुल डी.ओ. एवं टी.ओ. के माध्यम से 22.95 मीट्रिक टन धान का उठाव कर लिया गया है।
धान खरीदी केन्द्रों में अब फिर बढ़ी किसानों की चहल-पहल…
14 लाख किसानों से अब तक खरीदा गया 54.20 लाख मीट्रिक टन धान