22 जनवरी यह ऐसी तारीख है जिसे भावी पीढ़ी गर्व के साथ उत्सव के रूप में मनाएगी. दरअसल, इस दिन भगवान प्रभु श्रीराम का जन्मभूमि अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा की गई है. इस दिन छत्तीसगढ़ ही नहीं पूरे देश में दीपावली की तरह जश्न मनाया गया. हर कोई इस दिन को खास बनाना चाहता था. इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में भी इसके लिए खास प्लानिंग की थी. खासकर उन कपल्स ने प्लानिंग की थी, जिन्हें यहां नन्हा मेहमान का आगमन होना था. इस दिन को सबसे स्पेशल बनाने के बच्चे की जन्म की तारीख 22 जनवरी सलेक्ट की और प्लान डिलीवरी कराई है. राजधानी रायपुर के 20 हॉस्पिटल, हेल्थ सेंटर व नर्सिंग होम में लगभग 73 बच्चों ने जन्म लिया.
इनमें बेबी बॉय की संख्या 40 है, जबकि बेबी गर्ल की संख्या 33 है. वहीं रायपुर जिले में लगभग 108 बच्चों ने जन्म लिया है. जन्म तिथि के कारण लगभग सभी चाहते हैं कि बच्चे का नाम राम या उससे संबंधित ही नाम हो. वहीं गर्ल्स चाइल्ड के नाम में भी राम के नाम के नाम से जोड़ते हुए रखने की प्लानिंग कपल्स ने की है. इनमें से एक कपल्स शिखर देवांगन और नेहा देवांगन हैं. इनके यहां 22 जनवरी को नन्हा रामलला की भांति बेबी बॉय का जन्म हुआ है.
नन्हे बच्चे की आगमन से पूरे परिवार हुआ खुश
शिखर के मुताबिक उनकी पत्नी नेहा और उनका बेटा स्वस्थ हैं. शिखर देवांगन ने बताया कि देश के इतिहास में जिस तरह से भगवान रामलला को मंदिर का इंतजार था लगभग 500 वर्ष बाद अयोध्या में 22 जनवरी को उनका भव्य प्राण प्रतिष्ठा हुआ है. इसी दिन हमारे घर में नया मेहमान आया है. साफ तौर से यह पूरा जो माहौल बना उसके बाद हमारे घर में जो खुशियां आई है साक्षात भगवान राम हमारे घर पधारे हैं. नन्हे बच्चे की आगमन से पूरे परिवार में खुशी है. सभी ने उत्सव के साथ नन्हें बच्चे का स्वागत किया है.
राम के नाम पर होगा नामकरण
शिखर ने आगे बताया कि भगवान श्रीराम के प्राण प्रतिष्ठा के दिन प्रभु राम का स्वरूप लिए नन्हें बच्चे का जन्म हुआ है इसलिए भगवान राम के संबंधित नाम रखकर नामकरण संस्कार किया जाएगा. इसके लिए परिवारजनों समेत बहुत से लोगों से सलाह – मशविरा भी लिया जा रहा है. . सोनोग्राफी रिपोर्ट के मुताबिक डॉक्टर ने 22 और 24 जनवरी इस दो डेट दिए थे. शिखर समेत परिवार भी यही सोच रहा था का बच्चे का जन्म 22 जनवरी हो, इसके लिए परिवार ने भगवान श्रीराम से प्रार्थना भी की थी. लिहाजा बच्चे का जन्म भगवान राम लला के प्राण प्रतिष्ठा के दिन यानी 22 जनवरी को हुआ है. इसके बाद से परिवार में जश्न का माहौल है.