माइनिंग में मध्य प्रदेश को पहला पुरस्कार मिला है. प्रदेश को सबसे ज्यादा ब्लॉक नीलाम करने पर यह पुरस्कार मिला है. मध्य प्रदेश के बाद छत्तीसगढ़ को दूसरा पुरस्कार मिला है. कर्नाटक और आंध्रप्रदेश को तीसरा पुरुस्कार मिला. केंद्रीय कोयला, खान मंत्री प्रह्लाद जोशी ने भोपाल के कुशाभाऊ ठाकरे इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में आयोजित सम्मेलन में ये पुरस्कार प्रदान किए. यहां दूसरा राष्ट्रीय राज्य खनन मंत्रियों का सम्मलेन आयोजित किया गया. कार्ययक्रम में 20 राज्यों के खनन मंत्रियों के साथ विभाग के प्रमुख सचिव भी मौजूद थे. कार्यक्रम में खनन को और बेहतर बनाने से जुड़े विषयों पर चर्चा होगी. बता दें, मध्य प्रदेश कोयले, हीरे सहित कई खनिजों से समृद्ध प्रदेश है.
बैठक में क्रिटिकल मिनरल्स जैसे फॉस्पोराइट,वैनेडियम, लीथियम,ग्रेफाइट खनन पर भी चर्चा होगी. कार्यक्रम में खनिज आधारित अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने और आत्म निर्भर भारत के निर्माण में कीमती खनिजों की भूमिका पर भी विचार विमर्श होगा. सम्मेलन में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि हम पर मां वसुंधरा का आशीर्वाद है. मध्य प्रदेश को नंबर एक का मिला इसके लिए धन्यवाद. मुझे उम्मीद है कि यह सम्मेलन नई अर्थव्य्वस्था में योगदान देगा. आजादी के बाद ये हमारे पहले खनिज मंत्री हैं, जो इस विभाग को आसमान की ऊंचाई तक ले गए हैं. हम भी ओडीशा के पीछे-पीछे चलेंगे. इस अर्थव्यवस्था को मजबूत करेंगे. मुझे लगता था कि माइनिंग काजल की कोठरी है. लेकिन आपने तो इसके कई पहलू बताकर आंखें खोलीं.
आम के आम गुठली के दाम मिल रहे- सीएम मोहन यादव
दूसरे राष्ट्रीय राज्य खनन मंत्रियों के सम्मलेन में मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि इस कार्यक्रम में जब ऐजेंसी को सम्मानित किया जा रहा था, तो मुझे लगा कि यह तो गलत है. लेकिन, फिर पता चला कि ये एजेंसी तो बड़े काम की बात बता रही है. इसके जरिये तो आम के आम और गुठली के दाम मिल रहे हैं. विभागों के समन्वय की परेशानी है. लेकिन, हम इस परेशानी को खत्म करने की कोशिश करेंगे. मध्य प्रदेश तेजी से आगे बढ़े यही हमारी कोशिश है.