रेलवे स्टेशनों से रोजाना हजारों यात्री एक जगह से दूसरी जगह की यात्रा करते हैं. यात्रियों को सुरक्षित रखने की अहम जिम्मेदारी रेलवे सुरक्षा बल और जीआरपी की होती है. संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखने के लिए रायगढ़ रेलवे स्टेशन को हाई क्वालिटी कैमरों से लैस किया गया है. 32 एचडी क्वालिटी कैमरों की मदद से यात्रियों की सुरक्षा व्यवस्था और बेहतर होगी. निर्भया फंड के तहत 09 स्टेशनों में अतिरिक्त सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं. रेलवे सुरक्षा बल के कंट्रोल रूम से स्टेशनों की 24 घंटे निगरानी की जा रही है.
बेहतर हुई रायगढ़ स्टेशन की सुरक्षा व्यवस्था
निर्भया फंड के तहत रायगढ रेलवे स्टेशन में 32, पेण्ड्रारोड रेलवे स्टेशन में 16, अनुपपुर स्टेशन में 32 एवं शहडोल स्टेशन में 16 सहित 04 स्टेशनों में सीसीटीवी कैमरे स्थापित किये जा चुके हैं. शेष 05 स्टेशनों अम्बिकापुर में 14, कोरबा में 12, अकलतरा में 12, उमरिया में 15, चांपा में 23 सीसीटीवी लगाने का काम तेज गति से चल रहा है. सभी सीसीटीवी कैमरे पूरे स्टेशन को कवर करने वाली एचडी तकनीक और चेहरे पहचानने वाले सॉफ्टवेयर से लैस हैं. स्टेशन में पुराने कैमरे गिनती के नाममात्र थे और संदिग्धों के चेहरे पर भी साफ दिखाई नहीं दे रहे थे.
24 घंटे हो रही सीसीटीवी कैमरों से निगरानी
पुराने कैमरों को बदले जाने की मांग की जा रही थी. अब तेजी से काम को अंजाम दिया जा रहा है. अतिरिक्त सीसीटीवी कैमरे की उपलब्धता से स्टेशनों पर अपराध में कमी, यात्रियों के सामानों की सुरक्षा में वृद्धि, संदिग्ध गतिविधियों की रोकथाम होगी. साक्ष्य संकलन भी आसान हो जायेगा. स्टेशनों पर सुव्यवस्थित यातायात बनाने के साथ भीड़ का बेहतर प्रबंधन करने में भी सहायता मिलेगी. इसका सीधा लाभ यात्रियों को सुरक्षित और भयमुक्त यात्रा के रूप में मिलेगा. साथ ही साथ रेलवे की संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वाले शरारती तत्वों और स्टेशनों पर अपराध करने वालों पर भी अंकुश लगाने में मदद मिलेगी.