Home बेमेतरा मधुमक्खी पालन को ग्रामीणों ने बनाया आय का जरिया

मधुमक्खी पालन को ग्रामीणों ने बनाया आय का जरिया

33

 

 

 

 

 

बेमेतरा (वीएनएस)। छ.ग. शासन की महत्वाकांक्षी योजना नरवा, गरवा, घुरवा, बाड़ी अंतर्गत कुटीर उद्यागों, लघु एवं मध्यम कृषि आधारित उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए गोठान ग्राम पातरझोरी एवं पथर्रीखुर्द, विकासखण्ड-साजा में कृषकों के प्रक्षेत्र पर मधुमक्खी पालन कार्य जिला कलेक्टर विलास भोसकर संदीपान के मार्गदर्शन में एवं श्रीमती लीना कमलेश मंडावी (सी.ई.ओ.), जिला-बेमेतरा के निर्देशानुसार 100 मधुमक्खी पेटी में कृषि विज्ञान केन्द्र ढोलिया बेमेतरा में मधुमक्खी पालन कार्य संचालित किया जा रहा है। इटेलियन प्रजाति की मधुमक्खी कॉलोनी की 50 पेटी ग्राम पातरझोरी में एवं 50 पेटी ग्राम पथर्रीखुर्द में स्थापित की गई है। कृषि वैज्ञानिक डॉ. एकता ताम्रकार ने बताया कि रबी मौसम में ग्राम पातरझोरी एवं ग्राम पथर्रीखुर्द में 25-25 एकड़ में सरसों का फसल प्रदर्षन कार्यक्रम क्रियान्वयन किया जा रहा है। सरसो फसल में नेक्टर बहुतायत मात्रा में होने के कारण हर 10 से 15 दिन में 1.5 महीने तक 3 से 4 चक्र में शहद निष्कासन का कार्य किया जा रहा है । कृषकों ने प्रथम चक्र में लगभग 100-125 कि.ग्रा. शहद का निष्कासन किया गया । जिससे कृषकों को लगभग 30,000 से 37,500 रूपयें की आमदनी प्राप्त हो रही है। इस तरह कुल 3 चक्र में कृषकों ने 90,000 से 1,25,500 रूपयें की शुद्ध अतिरिक्त आमदनी प्राप्त होगी ।
केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. रंजीत सिंह राजपूत ने बताया कि जिला खनिज न्यास मद से प्रायोगिक तौर पर 100 पेटी से मधुमक्खी पालन कार्य, शहद निष्कासन, मोम के साथ साथ 100 पेटी से 25-30 अतिरिक्त मधुमक्खी कॉलोनी तैयार किये जाने के लिए कृषकों को निरंतर तकनीकी जानकारी प्रदाय किया जा रहा है। वर्तमान में सरसों फसल से शहद निष्कासन किया जा रहा है। आगामी मौसम में सूरजमुखी, धनिया एवं बबूल इत्यादि से प्रायोगिक परीक्षण मधुमक्खी पालन व शहद निष्कासन कार्य के लिए किया जायेगा। कृषि विभाग, बेमेतरा से जितेन्द्र ठाकुर, वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी, साजा एवं प्रेमेन्द्र पटेल, ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी, ग्राम-पातरझोरी व पथर्रीखुर्द का सहयोग भी सराहनीय की। उन्होने कृषकों से सतत संपर्क कर मधुमक्खी पालन के लिए सरसों, अलसी व सूरजमुखी फसल लगाने के लिए कृषकों को निरंतर प्रोत्साहित किया । कृषि विज्ञान केन्द्र, बेमेतरा के वैज्ञानिक तोषण कुमार ठाकुर, डॉ. जितेन्द्र जोशी, डॉ. हेमन्त साहू, शिव कुमार सिन्हा,पलाष चौबे, पंचूराम यादव, स्पर्ष पटेल, ओमप्रकाश साहू ने निरंतर कृषकों को गोठान ग्रामों में मधुमक्खी पालन के लिए तकनीकी मार्गदर्शन प्रदाय किया जा रहा है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here