छत्तीसगढ़ के नया रायपुर स्थित IIIT के कुलपति एवं निदेशक पी.के. सिन्हा ने विभिन्न भर्तियों में गड़बड़ी एवं भ्रष्टाचार का आरोप लगने के चलते इस्तीफा दे दिया है। वहीं संस्थान द्वारा रिलीविंग दिये जाने के बाद भी वह बुधवार को कुलपति पद की कुर्सी पर बैठे मिले। पी.के. सिन्हा को 30 अप्रैल को रिलीव कर दिया गया था। भार मुक्त होने के बाद दूसरे दिन शाम तक उन्हें ऑफिस में मौजूद पाकर जब अधिकारी व कर्मचारियों सहित एसोशिएसन ने सवाल उठाया। वहीं पूर्व निदेशक सिन्हा ने कवरेज के लिये गए पत्रकारों के साथ बदतमीजी कर दी।
मीडिया को आते देख बौखलाए निदेशक
दरअसल, जब ट्रिपल IT नवा रायपुर पहुँची ऐसे में मीडिया को देखकर ट्रिपल IT के पूर्व कुलपति और निदेशक पी.के. सिन्हा ने आक्रोशित होकर पहले तो बतमीजी किया और जब उनको एहसास हुआ के कि वो ग़लत कर रहे हैं उसके बाद हाथ जोड़कर माफ़ी भी माँगने लगे। लेकिन पीके सिन्हा रिलीविंग के बाद कार्यालय के अंदर किसी भी तरह का कोई बयान देने को तैयार नहीं थे।
जानिये, भार मुक्त होकर ऑफिस में क्यों थे पी.के. सिन्हा :
पूर्व कुलपति और निदेशक पी.के. सिन्हा का कार्यालय से निकलने का इंतज़ार लगभग डेढ़ घंटा इंतज़ार कार्यालय के बाहर किया। पी.के. सिन्हा कार्यालय से निकलकर तेज़ी से भागने लगे। इसी दौरान सवाल का जवाब देते हुए कहा कि- मैं सुबह से आया था शाम तक था। मैंने कुलपति और निदेशक के पद से इस्तीफ़ा दे दिया है। 30 अप्रैल को मुझे रिलीव कर दिया गया है। उनसे पूछा गया रिलीव होने के बाद उस चेंबर में और उसे कुर्सी पर क्यों बैठे थे ? तो पूर्व कुलपति पी के सिन्हा ने कहा कि मेरा कुछ समान था इसीलिए मैं यहाँ कार्यालय आया था।
करोड़ों के हेर-फेर सहित भर्ती घोटाले के हैं आरोप
वहीं ट्रिपल IT के अधिकारी कर्मचारी एसोसिएशन ने सवाल उठाते हुए कहा कि, इन पर गंभीर भ्रष्टाचार के आरोप हैं, फ़ैकल्टी भर्ती में भ्रष्टाचार किया गया है। इसको लेकर जाँच कमेटी गठित की गई है जाँच भी जारी है। ऐसे में रिलिविंग के बाद कार्यालय आना सरकारी सम्पत्ति का उपयोग करना विभागीय मेल का उपयोग करना, सुबह से शाम तक कुलपति निदेशक कार्यालय में उसी कुर्सी पर बैठे रहना, एक बड़ा सवाल है। इस दौरान कई तरह के दस्तावेजों में हस्ताक्षर पर हेर फेर किया जा सकता है।
बता दें, एसोसिएशन द्वारा लगातार अनिश्चितकालीन हड़ताल कर इस्तीफ़ा माँगा गया। जिसके बाद पी. के. सिन्हा ने ट्रिपल IT के कुलपति और निदेशक के पद से इस्तीफ़ा दिया है।