अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर जिला न्यायालय परिसर मुंगेली में न्यायाधीशगण एवं न्यायिक कर्मचारियों द्वारा किया गया योग प्रणायाम
योग के प्रति लोगों को जागरूक करने के मकसद से पुरी दुनिया में विश्व योग दिवस हर साल 21 जून को मनाया जाता है। संयुक्त राष्ट्र महासभा की ओर से मान्यता दिये जाने के बाद पहली बार वर्ष 2015 में अंतराष्ट्रीय योग दिवस की शुरूवात हुई थी। इसी अवसर पर जिला न्यायालय प्रांगण में माननीय जिला एवं सत्र न्यायाधीश एवं पदेन अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श्री चंद्र कुमार अजगल्ले के मार्गदर्शन में अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया।
श्रीमति कंचन लता आचला, सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण मुंगेली द्वारा अंतराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर उपस्थित न्यायाधीशगण एवं कर्मचारीगण को यही संदेश दिया गया, कि योग, मन और तन को सेहतमंद रखने में पुरी तरह सहायक होता है, योग हमारी कमियों पर प्रकाश डालता है, खामियां दुर करने का रास्ता तलाशता है। योग का मतलब है जोड़ना, खुद में उर्जा को समाहित करना, शरीर मन और आत्मा को खुबसूरत बनाना। यदि शरीर व मन स्वस्थ नही है तो मनुष्य को किसी भी लक्ष्य तक पहुचाना असंभव है। योग वह प्रकाश है जो एक बार जला दिया जाये तो कभी कम नही होता है। जितना अच्छा आप अभ्यास करेंगें लौ उतनी ही उज्जवल होंगी, योग आराम और शांत महसूस करने का एक अच्छा तरीका है।
उक्त योग शिविर में माननीय जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री चन्द्र कुमार अजगल्ले, श्री बलराम कुमार देवांगन मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, श्रीमति रेशमा बैरागी पटेल द्वितीय व्यवहार न्यायाधीश वर्ग-एक, श्रीमति कंचन लता आचला सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण मुंगेली एवं श्री टीकम चंद्राकर, अध्यक्ष अधिवक्ता संघ मुंगेली के साथ ही अधिवक्तागण एव न्यायिक कर्मचारीगण उक्त कार्यक्रम में उपस्थित रहेें।