नवा रायपुर में एनआरडीए 1000 एकड़ में कामर्शियल हब बना रहा है। कामर्शियल हब के पास आरडीए शासन से 200 एकड़ जमीन की मांग की है। इसमें आरडीए 100 एकड़ में लाजिस्टिक हब और 100 एकड़ में ट्रांसपोर्ट नगर बसाने की तैयारी कर रहा है। कामर्शियल हब के पास ट्रांसपोर्ट नगर बनने से महासमुंद की तरफ से आने वाली बड़ी गाड़ियां शहर में प्रवेश से सामान खाली करके वहीं से वापस लौट जाएंगी। शासन से जमीन मिलते ही आरडीए इसके लिए कंसल्टेंट एजेंसी नियुक्त करेगी।
कंसल्टेंट एजेंसी की देखरेख में लॉजिस्टिक हब और ट्रांसपोर्ट नगर का निर्माण होगा। आरडीए के अफसरों की माने तो नवा रायपुर में कामर्शियल हब बनने से बड़ी-बड़ी गाड़ियों का आना-जाना होगा। ऐसे में ट्रांसपोर्ट नगर और लाजिस्टिक हब बन जाने से दूर दराज से आने वाले लोगों को काफी राहत मिलेगी। नवारायपुर में ट्रांसपोर्ट नगर को तकरीबन 100 एकड़ में बनाया जाएगा। इसमें करीब 500 बड़े वाहन खड़े हो सकेंगे।
एनआरडीए यहां वाहनों की पार्किंग, सड़क, पानी की सुविधा उपलब्ध कराएगा। इसके साथ ही होटल की व्यवस्था भी की जाएगी। ट्रांसपोर्टरों को आवासीय व व्यवसायिक प्लाट आवंटित किए जाएंगे। कामर्शियल हब के पास नवा रायपुर में ट्रांसपोर्ट नगर और धमतरी मार्ग पर भी ट्रांसपोर्ट नगर बनाने की योजना है। वर्तमान में बिलासपुर मार्ग रावाभाटा और दुर्ग मार्ग टाटीबंध में ट्रांसपोर्ट नगर है। इन दोनों तरफ से आने वाले भारी वाहनों को ट्रांसपोर्ट नगर में ही रोक दिया जाता है।
लॉजिस्टिक हब बनने से होगा फायदा
नवा रायपुर में 1000 एकड़ में कामर्शियल हब बनने से व्यापारियों को दुकानों के अलावा गोदाम की जरूरत पड़ेगी। इसके बनने से ना केवल स्थानीय लोगों के रोजगार के द्वार खुलेंगे बल्कि क्षेत्र में इस प्रोजेक्ट के हिसाब से सड़क, बिजली व पानी की व्यवस्था भी होगी। इन तीनों की व्यवस्था होने से आस-पास के लोगों का रहन सहन भी सुधरेगा।