छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में शिवनाथ नदी में 2 महिलाएं डूब गई हैं। इनमें से एक का शव बरामद कर लिया है। जबकि दूसरी महिला की तलाश जारी है। उधर, बलौदाबाजार-भाटापारा जिले में शिवनाथ नदी में डूबे छात्र का शव 5 दिन के बाद बरामद कर लिया गया है। वह तेज बहाव में बह गया था।
छात्र की लाश घटनास्थल से करीब 25 किलोमीटर दूर नयापारा पुल में फंसी हुई मिली। ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस ने शव को निकालकर पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवाया। मामला भाटापारा ग्रामीण थाना क्षेत्र का है।
शव पानी में डूबे रहने के कारण पूरी तरह से फूल गया था। शव को मर्चुरी में रखवाया गया और छात्र उमेश साहू (18 वर्ष) के परिजनों को सूचना देकर बुलवाया गया। शव की शिनाख्त परिजनों ने उमेश के रूप में ही की, जो सोमवार 24 जुलाई को कुम्हारखान एनीकट में बह गया था। लाश काफी दूर बहने के कारण 5 दिन बाद बरामद हुआ। पुलिस ने शनिवार को पोस्टमॉर्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिया है।
सिटी कोतवाली प्रभारी अमित तिवारी ने बताया कि भाटापारा निवासी उमेश साहू की तलाश 3 दिनों तक नगर सेना, पुलिस और स्थानीय गोताखोरों ने की थी, लेकिन पानी के तेज बहाव के कारण डूबे हुए छात्र को ढूंढ नहीं पाए थे। 3 दिनों की खोज के बाद पुलिस और नगर सेना ने युवक की तलाश बंद कर दी थी, तभी 5वें दिन कुम्हारखान एनीकट से करीब 20 से 25 किलोमीटर दूर नयापारा पुल करहीबाजार के पास शिवनाथ नदी में फंसा हुआ शव पानी में मिला, जिसकी सूचना ग्रामीणों ने पुलिस को दी थी।
ये है पूरी घटना
भाटापारा के सुभाष नगर के रहने वाले उमेश साहू (18 वर्ष), गौरव मानिकपुरी और रविशंकर यादव तीनों दोस्त थे। इस साल 12वीं कक्षा पास की थी। इस बीच तीनों 24 जुलाई सोमवार को भाटापारा कॉलेज में एडमिशन के लिए गए थे। वहां से लौटते वक्त तीनों कॉलेज से 8 किलोमीटर दूर कुम्हारखान एनीकट में शिवनाथ नदी में नहाने के लिए चले गए। शाम 4 बजे तीनों दोस्त एनीकट पहुंचे। यहां तीनों नदी में उतरकर नहाने लगे। इस बीच उमेश साहू शिवनाथ नदी के तेज बहाव में डूबने लगा। गांव के ही भनेश्वर यादव (15 वर्ष) ने उसे डूबता देखकर शोर मचाया।
उमेश बहते-बहते नदी के तेज बहाव के बीच पहुंच गया और इसके बाद से दिखाई देना बंद हो गया। वहीं उसके दोनों दोस्त गौरव और रविशंकर बाहर जैसे-तैसे बाहर निकल आए। दोनों उमेश के बाहर निकलने का इंतजार किए और फिर तुरंत उसके घरवालों को सूचना दी।
उधर, सूचना मिलने पर परिवार के लोग मौके पर पहुंचे, साथ ही पुलिस थाने को सूचना दी गई। जानकारी मिलते ही पुलिस और नगर सेना के गोताखोरों की टीम पहुंची। गोताखोर शिवनाथ नदी में उतरे, लेकिन युवक का कुछ पता नहीं चल सका। लगातार 3 दिनों तक रेस्क्यू ऑपरेशन चलाने के बाद युवक की तलाश बंद कर दी गई थी, लेकिन शुक्रवार शाम को ग्रामीणों ने शव देखकर पुलिस को सूचना दी।