बस्तर में लगातार हो रही बारिश ने जलप्रपातों की खूबसूरती भी बढ़ा दी है। एशिया का नियाग्रा कहा जाने वाला चित्रकोट वॉटरफॉल पूरे शबाब पर है। यहां 90 फीट ऊपर से गिरते पानी को देखने बड़ी संख्या में लोग पहुंचे रहे हैं। इसके अलावा बीजापुर में लोगों ने इस बार नए जलप्रपात की खोज कर ली है, जिसका नाम बोडकम जलप्रपात है।
वहीं बाहुबली जलप्रपात के नाम से चर्चित हांदावाड़ा वाटरफॉल, तीरथगढ़ और झारालावा भी अपनी अलौकिक छटा बिखेर रहे हैं। उधर, निलमसराई और नंबी जलधारा भी आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। हालांकि तीरथगढ़ और चित्रकोट तक तो लोग आसानी से पहुंच रहे हैं, लेकिन अंदरूनी इलाकों में स्थित बाहुबली और झारालावा जलप्रपात तक पहुंचना थोड़ा मुश्किल है।
..चलिए ड्रोन कैमरे और बेहतरीन तस्वीरों के माध्यम से हम आपको इन जगह की सैर करा रहे हैं…
बोडकम जलप्रपात- बीजापुर जिले के स्थानीय युवाओं ने बीहड़ में स्थित बोडकम जलप्रपात की खोज की है। जिसकी तस्वीरें पहली बार सामने आई है। जलप्रपात खोजने वाले रंजन दास और उनके साथियों ने बताया कि भोपालपट्नम से 17 किमी का सफर तय कर मेटलाचेरू गांव तक पहुंचना पड़ता है। फिर यहां से आगे करीब 11 किमी का पैदल सफर तय कर इस बोडकम जल प्रपात तक पहुंचा जा सकता है। उन्होंने बताया कि, ट्रैकिंग के लिए भी इलाका बेहद खूबसूरत है।
बोडकम जलप्रपात- बीजापुर जिले के स्थानीय युवाओं ने बीहड़ में स्थित बोडकम जलप्रपात की खोज की है। जिसकी तस्वीरें पहली बार सामने आई है। जलप्रपात खोजने वाले रंजन दास और उनके साथियों ने बताया कि भोपालपट्नम से 17 किमी का सफर तय कर मेटलाचेरू गांव तक पहुंचना पड़ता है। फिर यहां से आगे करीब 11 किमी का पैदल सफर तय कर इस बोडकम जल प्रपात तक पहुंचा जा सकता है। उन्होंने बताया कि, ट्रैकिंग के लिए भी इलाका बेहद खूबसूरत है।
हांदावाड़ा जलप्रपात- दंतेवाड़ा, नारायणपुर और बीजापुर इन तीन जिलों की सरहद पर स्थित अबूझमाड़ में हांदावाड़ा जलप्रपात है। जिसे बाहुबली जलप्रपात के नाम से भी जाना जाता है। यह इसलिए क्योंकि कुछ साल पहले बाहुबली मूवी की शूटिंग होने की अफवाह उड़ी थी। इसलिए इसे बाहुबली जलप्रपात के नाम से भी जाना जाता है।
दंतेवाड़ा से इंद्रावती नदी को पार कर आगे दुपहिया वाहनों के माध्यम से ही इस वाटरफॉल तक पहुंचा जा सकता है। हालांकि, इंद्रावती नदी पार करने के बाद भी एक बरसाती नाला पड़ता है। इसलिए पर्यटक बारिश के दिनों में यहां जाने थोड़ा हिचकिचाते हैं।
चित्रकोट वाटरफॉल-एशिया का नियाग्रा कहे जाने वाले चित्रकोट जल प्रपात की खूबसूरती बारिश के दिनों में और बढ़ गई है। यही वजह है की अगस्त का महीना शुरू होते ही यहां पर्यटकों की जबरदस्त भीड़ भी देखने को मिल रही है।
बस्तर की जीवनदायिनी इंद्रावती नदी पर स्थित यह चित्रकोट जल प्रपात बारिश के दिनों में अपनी अलौकिक छटा बिखेर रहा है। संभागीय मुख्यालय जगदलपुर से महज 39 किमी की दूरी पर चित्रकोट जल प्रपात स्थित है।