विधानसभा चुनाव अब नजदीक है, विधायक के दावेदारों की प्रमुख पार्टियों में लंबी फेहरिस्त है. ऐसे में पार्टी के लिए सबसे बड़ी चुनौती दावेदारों को सन्तुष्ट करना होता है और अगर संतुष्ट नहीं कर पाये तो दावेदार कई बार बगावती तेवर अपना लेते हैं. इसकी शुरुआत मुंगेली में अभी से हो चुका है. कांग्रेस के संकल्प शिविर के दौरान कांग्रेसी पदाधिकारी एवं दावेदारों के बीच आज जो कुछ भी तीखी नोख झोंक हुई है यह इसी का उदाहरण कहा जा सकता है.
जानिए क्या हुआ आज
कृषि उपज मंडी परिसर में कांग्रेस का संकल्प शिविर चल रहा था. इस दौरान संगठन प्रभारी सीमा वर्मा और मुंगेली विधानसभा के दावेदारी कर रहे कुछ लोगो के बीच विवाद की स्थिति निर्मित हो गई. बताया जा रहा है कि दावेदारी कर रहे हैं कांग्रेसियों के लिए बैठक व्यवस्था अलग से की गई थी. इस दरम्यान कुछ दावेदार बैठक व्यवस्था उनके लिए ठीक नहीं होने की बात कहते हुए नाराजगी जाहिर करने लगे. इसके बाद मंच से संबोधन के दौरान नाम नहीं लिए जाने को लेकर भी नाराजगी का दौर चलता रहा.
संगठन प्रभारी पर पैसे नहीं देने पर अपमान करने का आरोप
संकल्प शिविर से जुड़ा जो दूसरा वाक़या हुआ है उसको लेकर जिले में कांग्रेस संगठन में बवाल मचा हुआ है. दरअसल मुंगेली विधानसभा के कांग्रेस के दो दावेदार रत्नावली कौशल एवं डॉ सरिता भारद्वाज ने मीडिया के सामने कांग्रेस के जिला संगठन प्रभारी सीमा वर्मा पर संकल्प शिविर कार्यक्रम को लेकर 50 -50 हजार रुपये मांगने का आरोप लगाकर बवाल मचा दिया. आरोप यह भी लगाए गए कि पैसे नहीं देने पर कार्यक्रम में भेदभाव और अपमान भी किया गया.
प्रचार प्रसार के लिए आपसी सहयोग से इकठ्ठे किये पैसे – सीमा वर्मा
संकल्प शिविर कार्यक्रम में 50-50 हजार रुपये लेने के आरोप पर जिले के संग़ठन प्रभारी सीमा वर्मा ने कहा कि कार्यक्रम के प्रचार प्रसार, अखबार के विज्ञापनों के भुगतान के लिए कार्यकर्ताओं ने आपस मे आर्थिक रूप से सहयोग किया है. विधानसभा चुनाव में दावेदारो की लंबी कतार है, सबको सन्तुष्ट कर पाना मुमकिन नहीं, यदि किसी तरह की कोई नाराजगी है तो पार्टी फोरम में उचित तरीके से अपनी बात रखने सबको स्वतंत्रता है. इस तरह से मीडिया में बयानबाजी उचित नहीं है.