मालवीय रोड पर निगम के पुराने मुख्यालय की जमीन पर शहर का सबसे बड़ा 16 मंजिला कमर्शियल कांप्लेक्स बनाया जाएगा। अभी तक पूरे प्रदेश में 16 फ्लोर की एक भी इमारत नहीं हैं। शहर में केवल एक बड़े बिल्डर का प्रोजेक्ट 12 फ्लोर का है। इसका काम वीआईपी तिराहा के आगे चल रहा है। नई कमर्शियल बिल्डिंग बेहद खास और हाईटेक होगी। इसका मॉडल मुंबई की इमारतों की तर्ज पर बनाया गया है। कम जगह पर ज्यादा दुकानें और दूसरी एंटरटेनमेंट की चीजें इस कांप्लेक्स में लगाई जाएगी। पूरी बिल्डिंग वाई-फाई से लैस होगी।
अंदर-बाहर कैप्सूल लिफ्ट के साथ ही टैरेस में बड़ा गार्डन भी होगा। दावा किया जा रहा है कि कांप्लेक्स बनाने में 100 करोड़ से ज्यादा खर्च होंगे। निगम यह रकम अपने बांड बेचकर जुटाएगा। जयस्तंभ चौक पर स्थित निगम का पुराना मुख्यालय आधे एकड़ से भी ज्यादा में बना था। निगम के पास जो जमीन है वो पहले से ही कमर्शियल है। यानी निगम को इसका लैंड यूज भी चेंज नहीं कराना होगा। नया कमर्शियल कांप्लेक्स बनाने राज्य सरकार से अनुमति मांगी थी। इस पर सहमति मिल गई है।
शासन से एक रुपए वर्गफीट में मिली थी
निगम अफसरों के अनुसार निगम मुख्यालय बनाने के लिए शासन से यह बेशकीमती जमीन 1 रुपए वर्गफीट में मिली थी। मालवीय रोड होने की वजह से इस जमीन का लैंड उपयोग शुरू से ही कमर्शियल था। शासन से जमीन मिलने की वजह से निगम को नया भवन बनाने के लिए राज्य सरकार से अनुमति लेनी पड़ी। पहले एमआईसी और बाद में निगम की सामान्य सभा से नया कमर्शियल कांप्लेक्स बनाने का प्रस्ताव पास कर शासन के पास भेजा गया था। इसमें यह भी तर्क दिया गया कि इससे निगम का राजस्व कई गुना बढ़ेगा। इसके बाद सरकार ने नया कांप्लेक्स बनाने की अनुमति दे दी।
इधर बस स्टैंड की 15 एकड़ जमीन पर दो साल बाद भी कोई फैसला नहीं
निगम मुख्यालय की जमीन पर भले ही कमर्शियल कांप्लेक्स बनाने का फैसला हो गया है, लेकिन पंडरी बस स्टैंड की जमीन पर अभी तक कोई फैसला नहीं हुआ है। रांवाभाठा में बस स्टैंड की शिफ्टिंग के बाद से ही ये जगह खाली है। इस जमीन पर क्या बनाना है? निगम ने अभी तक राज्य सरकार को कोई प्रस्ताव नहीं भेजा और न ही राज्य सरकार की ओर से कोई निर्देश जारी किए गए हैं। इस वजह से यहां का प्राेजेक्ट अटक गया है।
व्यापारी संगठनों ने बताया कि पंडरी बस स्टैंड की खाली जमीन क्यों चाहिए
1. पंडरी थोक कपड़ा बाजार
सबसे बड़ा दावा थोक कपड़ा बाजार पंडरी के कारोबारियों का है। उनका कहना है कि यह जमीन पंडरी से लगी है, इसलिए क्लाथ मार्केट बढ़ जाएगा।
2. मालवीय रोड व्यापारी संघ
यहां का कारोबार बढ़ गया है। दुकानें छोटी होने लगी हैं। इस सड़क पर कपड़ा, मोबाइल-इलेक्ट्रॉनिक्स का कारोबार करने वाले नई दुकानें खोलना चाहते हैं।
3. रवि भवन मोबाइल संघ
रवि भवन में छोटी-बड़ी 800 से ज्यादा मोबाइल दुकानें हैं। और कारोबारी वहां आना चाहते हैं, लेकिन अब दुकानें ही नहीं है।
4. कार श्रृंगार एसेसरीज संघ
कार एसेसरीज का काम करने वालों की दुकानें अभी केवल शहीद स्मारक भवन और गुजराती स्कूल के आसपास हैं। यहां पार्किंग में दिक्कत होती है।
5.दवा बाजार व्यापारी संघ
दवा कारोबारियों के पास मेडिकल कांप्लेक्स की दुकानें पहले से हैं। लेकिन कारोबार बढ़ने से नई दुकानों की जरूरत बढ़ गई है।