बस्तर (Bastar) जिले के बस्तानार ब्लॉक में मौजूद किलेपाल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में अचानक आग लगने से अफरा तफरी मच गई. बताया जा रहा है कि जिस वक्त स्वास्थ्य केंद्र में आग लगी, उस वक्त 25 से ज्यादा मरीज स्वास्थ वहां भर्ती थे, लेकिन समय रहते ही इन सभी मरीजों को सुरक्षित अस्पताल से बाहर निकाल लिया गया. कहा जा रहा है कि स्वास्थ्य केंद्र में ही मौजूद मेडिसिन स्टॉक रूम में शॉर्ट सर्किट की वजह से आग लगी. इसके बाद देखते ही देखते पूरे मेडिसिन स्टॉक में आग फैल गई और धुएं का गुब्बारा उठने लगा. हालाकिं समय रहते आसपास के लोगों ने तुरंत आग की लपटों को देखा और उसे पानी से बुझाने का प्रयास किया. वहीं लगातार स्वास्थ केंद्र में बाकी कमरों में फैलती आग की वजह से तुरंत ही सभी मरीजों को यहां से बाहर निकाला गया.
इसके बाद कोड़ेनार थाना पुलिस को इसकी सूचना दी गई. मौके पर पहुंची पुलिस ने दमकल टीम को बुलाकर काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया. जगदलपुर शहर से करीब 50 किलोमीटर की दूरी पर किलेपाल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र होने के चलते दमकल की टीम देर से पहुंची, जिस वजह से यहां रखा सारा सामान जलकर खाक हो गया, लेकिन किसी तरह की जनहानि नहीं हुई. किलेपाल स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी ने बताया कि मंगलवार की दोपहर अचानक यंहा आग लगने की सूचना उन्हें मिली. आग लगने की वजह शॉर्ट सर्किट बताई जा रही है. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का भवन काफी पुराना है. इस वजह से यहां बिजली के तारें भी बिखरी पड़ूी है.
मरीजों को सुरक्षित निकाला गया
उन्होंने बताया कि कई बार मेंटेनेंस के लिए पीडब्ल्यूडी के विद्युत यांत्रिकी विभाग को अवगत भी कराया गया है, लेकिन इस पर किसी तरह का कोई ध्यान नहीं दिया गया. स्वास्थ्य केंद्र में ही मौजूद मेडिसिन स्टॉक रूम में शॉर्ट सर्किट से आग लगने की वजह से तेजी से वहां रखें दवाइयों की डब्बों को आग ने अपनी चपेट में ले लिया. फिर देखते ही देखते पूरे स्वास्थ्य केंद्र के कमरों में आग फैलती गई. वहीं जानकारी मिलने के तुरंत बाद अस्पताल स्टाफ के साथ-साथ आसपास के ग्रामीणों ने भी यहां भर्ती 25 से ज्यादा मरीजों को सुरक्षित बाहर निकाला. इस हादसे में किसी तरह की जनहानि नहीं हुई, लेकिन स्वास्थ्य केंद्र स्टॉक रूप में रखा सारा सामान जलकर खाक हो गया.
आग पर पाया गया काबू
वहीं आग लगने के काफी देर बाद दमकल की टीम पहुंची. इसके बाद आग पर पूरी तरह से काबू पाया गया. सही समय पर लोगों की मदद मिलने से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में एक बड़ा हादसा होने से टल गया. बताया ये भी जा रहा है कि इनमें से कई मरीजों की कंडीशन काफी खराब थी, जो चल फिर नहीं सकते हैं. ऐसे में उन्हें भी समय रहते सामुदायिक केंद्र से बाहर निकाल लिया गया. फिलहाल इन सभी मरीजों को तोकापाल स्वास्थ्य केंद्र में रेफर करने की तैयारी की जा रही है. इधर आग लगने की वजह से स्वास्थ्य केंद्र के पूरे कमरों में अव्यवस्था का आलम हो गया है.
वहीं लोक निर्माण विभाग के अंतर्गत विद्युत यांत्रिकी विभाग के अनुविभागीय अधिकारी का कहना है कि आखरी बार इस सामुदायिक भवन के विद्युत की मेंटेनेंस कब की गई थी, इसकी जानकारी उन्हें भी नहीं है. क्योंकि उन्हें बस्तर में चार्ज लिए 9 महीने ही हुए हैं. गौरतलब है कि बस्तर के शासकीय भवनों में शॉर्ट सर्किट से आग लगने की यह पहली घटना नहीं है. इससे पहले भी स्कूल, अस्पताल और कई पुराने सरकारी भवनों में शॉर्ट सर्किट की वजह से आग लगने की घटना सामने आई हैं. बावजूद इसके विद्युत यांत्रिकी विभाग के द्वारा इन पुराने भवनों में विद्युत मेंटेनेंस को लेकर किसी तरह की कोई पहल नहीं की जा रही है.