रायपुर (वीएनएस)। जिले में 15 से 18 आयु वर्ग के किशोर-किशोरियों के लिए कोविड-19 टीकाकरण का शुभारंभ हुआ। कलेक्टर ने इस बृहद कार्यक्रम के तहत की गई व्यवस्थाओं की जानकारी लेने विभिन्न महाविद्यालय एवं शाला परिसरों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी मयंक चतुर्वेदी, रायपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड के अतिरिक्त प्रबंध संचालक चंद्रकांत वर्मा, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मीरा बघेल, जिला शिक्षा अधिकारीए.एन. बंजारा, जिला रोजगार अधिकारी केदार पटेल, जिला शिक्षा कार्यक्रम समन्वयक के.एस. पटले, जिला टीकाकरण अधिकारी आशीष वर्मा उपस्थित थे। टीकाकरण उपरांत उत्साही बच्चों ने कलेक्टर से मुलाकात कर अपने अनुभव भी साझा किए एवं सेल्फी लेते दिखें।जिला प्रशासन के मार्गदर्शन में जिले में किशोर आयु वर्ग के बच्चों के टीकाकरण के लिए रोस्टर आधारित कार्यक्रम की शुरुआत की गई है, जिसमें महाविद्यालय व शालेय परिसरों में पंजीयन कर वैक्सीन लगाए जा रहे हैं। इस आयु वर्ग के लिए cowin.gov.in पोर्टल पर भी पंजीयन की सुविधा उपलब्ध है। इस टीकाकरण कार्यक्रम के अंतर्गत सैकड़ों बच्चों ने टीके की खुराक ली। इन बच्चों को कोवैक्सीन के डोज लगाए जा रहे हैं, जिन्हें 28 दिन बाद वैक्सीन की दूसरी खुराक दी जाएगी। टीकाकरण के लिए स्वास्थ्य विभाग ने 50 टीमें तैयार की है एवं आवश्यकता अनुरूप अतिरिक्त टीमों की व्यवस्था भी इस कार्यक्रम के लिए की गई है। रोस्टर अनुरूप पूरे जिले में इस आयु वर्ग के टीकाकरण के लिए लक्ष्य निर्धारित कर कार्य योजना तैयार की गई है।
कलेक्टर सौरभ कुमार ने सोमवार को जे. योगानंदम छत्तीसगढ़ महाविद्यालय, पॉलिटेक्निक कॉलेज, बिन्नी बाई सोनकर स्कूल, जे.आर. दानी स्कूल, जे.एन. पांडे स्कूल का निरीक्षण कर आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए। उन्होंने संबंधित प्राचार्यों से कहा कि रोस्टर के अनुरूप लक्षित संख्या में टीकाकरण सुनिश्चित करें एवं आवश्यकता पड़ने पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी से समन्वय कर अतिरिक्त डोज की व्यवस्था भी समय पूर्व रखें। इस दौरान कलेक्टर बच्चों से भी मिले और टीकाकरण से संबंधित उनके अनुभव से भी अवगत हुए एवं सभी को शाबासी दी। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी मनीष मैजरवार, सिटी प्रोग्राम मैनेजर अंशुल ठुड्गर, और स्वतंत्र रहंगडाले, विद्यालय व महाविद्यालय के प्राचार्य भी उपस्थित थे।