उत्तर और दक्षिण से आने वाली हवा के प्रभाव से मंगलवार को एक बार फिर मध्य क्षेत्र के मौसम में बदलाव देखा गया. आसमान पर बादलों के वजह से बिलासपुर, रायपुर और दुर्ग संभाग में बरसात हुई, जिससे दिन में ठिठुरन बढ़ गई. रायपुर में अधिकतम तापमान सात डिग्री नीचे आ जाने की वजह से शीत दिवस जैसे हालात बन गए. बुधवार को बारिश की गतिविधि कम होगी, मगर बादलों से राहत मिलने की संभावना अभी कम है. पिछले तीन दिनों से राज्य में दो दिशाओं की हवा का प्रवेश हो रहा है, जिससे उत्तर, मध्य और दक्षिण में अलग-अलग मौसम बना हुआ है.
दोनों ओर की हवा आकर मध्य इलाके में मिल रही है. जिससे यहां बादल छा रहे हैं, जो समय-समय पर बरस रहे हैं. मंगलवार को मौसम का मिजाज एक बार फिर बिगड़ गया. सुबह से छाए बादल दोपहर होने के बाद बिलासपुर, रायपुर और दुर्ग संभाग के कई शहरों में बरस पड़े. बारिश की मात्रा बेहद कम थी, इसलिए इसे मौसम विभाग के पैमाने में दर्ज नहीं किया जा सका, मगर इसके प्रभाव से ठंड बढ़ी और लोगों को गर्म कपड़ों का सहारा लेना पड़ा. शहर में कई इलाकों में अलाव जलाकर लोग ठंड भगाने का प्रयास करते रहे.
शहर में बने कोल्ड डे के हालात
बारिश होने की वजह से रायपुर समेत तीनों संभाग के शहरों में दिन का तापमान धड़ाम होकर पांच से सात डिग्री तक नीचे चला गया और कोल्ड डे के हालात बन गए. अभी रात का तापमान सामान्य से अधिक होने की वजह से मौसम विभाग के आंकड़ों में इसे शीत दिवस घोषित नहीं किया गया है. राज्य में अभी तीन तरह के मौसम महसूस हो रहे हैं. उत्तरी हवा के असर से सरगुजा संभाग यानी उत्तरी हिस्से में कड़ाके की ठंड पड़ रही है और वहां का तापमान पांच से छह डिग्री के करीब दर्ज किया जा रहा है. रायपुर समेतबिलासपुर और दुर्ग संभाग यानी मध्य इलाके में बादलों की वजह से रात में तापमान पांच डिग्री तक अधिक है.