दुर्ग जिले के चिटफंड निवेशकों के लिए बड़ी खबर है। जिला प्रशासन ने चिटफंड कंपनी यश ड्रीम रियल एस्टेट की दुर्ग स्थित संपत्ति की नीलामी कर ली है। एसडीएम मुकेश रावटे और उनकी टीम ने दुर्ग तहसील की लगभग 16 एकड़ जमीन को 20 करोड़ 49 लाख 82 हजार रुपए में नीलाम किया है। जबकि इसकी शासकीय दर मात्र 4.41 करोड़ थी। 14 सितंबर को जिला प्रशासन भिलाई तीन तहसील कार्यालय में अगली नीलामी करेगा।
दुर्ग एसडीएम मुकेश रावटे से मिली जानकारी के मुताबिक साल 2016 से यश ड्रीम रियल स्टेट कंपनी के खिलाफ संपत्ति कुर्की की कार्रवाई का प्रकरण लंबित था। कुर्की होने के बाद अब उसकी संपत्ति की नीलामी की जा रही है। इस कंपनी के डायरेक्टर ने दुर्ग जिले सहित छत्तीसगढ़ के अलग-अलग जिलों में लोगों से ठगी की है
कंपनी ने लोगों को अधिक रिटर्न देने का झांसा देकर उनसे धन जमा करवाया, उसके बाद उसे वापस न करके भाग गए। कलेक्टर पुष्पेन्द्र कुमार मीणा ने कुर्की की गई संपत्ति का विक्रय और निवेशकों को उनकी राशि वापस करने के लिए तहसीलदार दुर्ग, भिलाई-3 और पाटन को नियुक्त किया है
पाटन में हो चुकी है 1.17 करोड़ की संपत्ति नीलाम
दुर्ग जिला प्रशासन ने पहले चरण में यश ड्रीम की पाटन तहसील स्थित अचल संपत्ति की नीलामी की। बीते 31 अगस्त हुई इस नीलामी से जिला प्रशासन को एक करोड़ 17 लाख की राशि प्राप्त हुई। इसके बाद दूसरे चरण में तहसील दुर्ग अन्तर्गत कोहका, नगपुरा, अंजोरा और अंडा स्थित संपत्ति की नीलामी की गई।
4 करोड़ 41 लाख 37 हजार 884 रुपये की संपत्ति नीलामी करने पर तहसीलदार दुर्ग को लगभग 20 करोड़ 49 लाख 82 हजार रुपए प्राप्त हुए। अब तीसरे चरण में भिलाई-3 तहसील में स्थित संपत्ति की 14 सितंबर 2023 को नीलामी की जाएगी। नीलामी के बाद प्राप्त राशि कंपनी में निवेश करने वाले लोगों को वापस की जाएगी।