धमतरी (वीएनएस)। 6 सूत्रीय मांगों को लेकर छत्तीसगढ़ शासकीय, अर्धशासकीय वाहन चालक महासंघ ने 29 जनवरी को राजधानी में रैली धरना प्रदर्शन करने की रणनीति बनायी। इस संबंध में प्रांतीय अध्यक्ष एस.एन महापात्र की मौजूदगी में रविवार को कलेक्ट्रेट के पास गार्डन में बैठक लेकर निर्णय लिया गया।
शासकीय व अर्धशासकीय वाहन चालक एवं यांत्रिकी कर्मचारी संगठन में प्रदेश भर के 55 हजार कर्मचारी जुड़े हुए है, लेकिन इस संगठन से जुड़े कर्मचारी की मांगों पर सरकार ध्यान नहीं दे रही है।
प्रांतीय अध्यक्ष महापात्र ने बताया कि कलेक्टर दर, आकस्मिक निधि, दैनिक वेतन भोगी व संविदा वाहनचालक विरूद्ध नि:शर्त संविलियन करते हुए नियमित स्थापना में लिया जावें। शासकीय वाहन चालकों को 10 वर्ष से 20 वर्ष में 1900-2800 ग्रेड पे प्रदाय किया जा रहा है, जो एकल पद के अनुसार संसोधन कर 10 वर्ष में 2800 एवं 20 वर्ष में 4200 ग्रेड पे दिया जाये। वाहन चालक को योग्यता के अनुसार अन्य कर्मचारियों के समान विभागीय पदोन्नति व विभागीय परीक्षा में समान अधिकार देने के लिए सम्मिलित किया जाएं। कार्यभारित प्रथा को समाप्त किया जाएं। शासकीय वाहन चालकों को नक्शल भत्ता दिया जाएं।
बैठक में प्रमुख रूप से जिलाध्यक्ष गोपाल यदू सचिव तिलक ध्रुव, कोषाध्यक्ष राजेश कुर्रे, प्रांतिय महासचिव ताराचंद साहू, भागवत मरकाम, विशाल साहू, भूपेश विश्वकर्मा, बलविंदर सिंह, रीतेश साहू, कृपाराम विश्वकर्मा, परदेशी राम, नरेश राहुल, गौकरण साहू, जनक सिंन्हा, कुलेश्वर साहू, भूपेन्द्र साहू, हेमन्त साहू, केशव वर्मा, अजेश कुमार नागवंशी, रामचंद्र कांगे, इंद्रेश एलकाना, बलिराम कामरे, भूपेन्द्र विश्वकर्मा, कमलेश्वर सोरी, गीताराम साहू, गणेश राम, भूषण श्रीमाली आदि मौजूद थे।